नासा और आईबीएम ने साथ मिलकर एआई मॉडल 'सूर्य' लॉन्च किया है। क्या है यह एआई मॉडल? आइए नज़र डालते हैं।
नासा (NASA) और आईबीएम (IBM) ने 'सूर्य' नाम का एक एडवांस ओपन-सोर्स एआई मॉडल लॉन्च किया है, जो सोलर विस्फोटों को समझने और अंतरिक्ष के मौसम की भविष्यवाणी करने के साथ ही और धरती पर महत्वपूर्ण तकनीकी बुनियादी ढांचे की रक्षा करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। इस मॉडल को नासा के सोलर डायनेमिक्स ऑब्ज़र्वेटरी (एसडीओ) से प्राप्त 9 साल के हाई-रिज़ॉल्यूशन सौर डेटा पर प्रशिक्षित किया गया है। यह एआई मॉडल सोलर फ्लेयर्स की भविष्यवाणी में 16% ज़्यादा सटीकता देता है और दो घंटे पहले तक सौर फ्लेयर्स की भविष्यवाणी कर सकता है।
'सूर्य', सौर भौतिकी के लिए यह पहला आधारभूत एआई मॉडल है, जो उपग्रहों, जीपीएस नेविगेशन, बिजली ग्रिड और दूरसंचार प्रणालियों को सौर तूफानों से होने वाले नुकसान से बचाने में मदद करता है।
'सूर्य' को नासा के एसडीओ से प्राप्त डेटा पर प्रशिक्षित किया गया है, जो हर 12 सेकंड में सूरज की हाई-रिज़ॉल्यूशन तस्वीरें और चुंबकीय क्षेत्र मापन प्रदान करता है। इसमें सौरमंडल की पराबैंगनी और अति-पराबैंगनी तस्वीरें और सौर सतह की गति और चुंबकीय क्षेत्र के नक्शे शामिल हैं।
यह एआई मॉडल सौर फ्लेयर्स, सौर हवा की गति और सौर सतह पर सक्रिय क्षेत्रों के उद्भव की भविष्यवाणी करता है। यह अंतरिक्ष के मौसम की घटनाओं, जैसे कि सौर ज्वालाएं और कोरोना द्रव्यमान उत्सर्जन, जो उपग्रहों, बिजली ग्रिड और संचार प्रणालियों को प्रभावित कर सकते हैं, की भविष्यवाणी में मदद करता है।
प्रारंभिक परिणामों से पता चलता है कि 'सूर्य', सौर ज्वाला वर्गीकरण में 16% ज़्यादा सटीक है और पहली बार दो घंटे पहले दृश्य भविष्यवाणियाँ मुहैया कराता है।
'सूर्य' को हगिंग फेस पर ओपन-सोर्स के रूप में उपलब्ध कराया गया है, जिससे वैश्विक रिसर्चर्स और डेवलपर्स इसे सौर मौसम अनुसंधान और अन्य अनुप्रयोगों के लिए उपयोग कर सकते हैं। रिसर्चर्स को सौर मौसम भविष्यवाणी के लिए बेंचमार्किंग में भी मदद मिलेगी।