Research on Cobra and other snake: अमरीकी प्राकृतिक इतिहास संग्रहालय के वैज्ञानिकों के शोध में यह खुलासा हुआ कि कोबरा अफ्रीका में नहीं बल्कि करोड़ों साल पहले एशिया में पैदा हुए।
Cobra was not born in Africa: अब तक माना जाता था कि कोबरा, मांबा और कोरल स्नेक जैसी जहरीले सांपों की उत्पत्ति अफ्रीका में हुई थी क्योंकि तंजानिया में इनकी प्रजाति का करीब 3.39 करोड़ साल पुराना जीवाश्म मिला था। हालांकि अमरीकी वैज्ञानिकों के नए शोध ने इस धारणा को पलटकर रख दिया है। उनके मुताबिक इन सांपों की सुपर फैमिली ‘एलापोइडिया’ की उत्पत्ति एशिया में हुई थी। लाइव साइंस की रिपोर्ट के मुताबिक अमरीकी प्राकृतिक इतिहास संग्रहालय के वैज्ञानिकों के रॉयल सोसाइटी ओपन साइंस जर्नल में छपे शोध में बताया गया कि एलोपोइडिया के सबसे पुराने वंशज करीब 4.59 करोड़ साल पहले एशिया में पैदा हुए थे।
एशिया में इन सांपों के जीवाश्म इसलिए नहीं मिल पाए क्योंकि यहां का मौसम उष्णकटिबंधीय है। करीब 3.75 करोड़ साल पहले कोबरा, मांबा और कोरल स्नेक के पूर्वज एशिया से अफ्रीका चले गए थे। वहां पहुंचकर इनके वंशजों ने दुनिया के अन्य हिस्सों में फैलना शुरू किया। करीब 2.44 करोड़ साल पहले ये सांप यूरोप, ऑस्ट्रेलिया और अमरीका पहुंचे थे।
शोध में कोबरा, मांबा और कोरल स्नेक के साथ सांपों की दूसरी प्रजातियों के डीएनए का विश्लेषण किया गया। वैज्ञानिकों ने जीवाश्मों का भी अध्ययन किया। शोध के मुख्य लेखक जेफरी वीनेल ने बताया कि एशियाई सांपों की सुपर फैमिली ‘कोलुब्रोइडिया’ भी एलापोइडिया की दूर की रिश्तेदार है। दोनों प्रजातियां दक्षिण अफ्रीका चली गई थीं। वहां से लौटकर एशिया में ये अलग-अलग इलाकों में विकसित हुईं।
शोध के लिए दुनियाभर के 3,128 अलग-अलग स्थानों से जहरीले सांपों की 65 प्रजातियों का डीएनए एकत्र किया गया। इस विशाल डेटाबेस से वैज्ञानिकों ने यह समझने की कोशिश की कि ये प्रजातियां एक-दूसरे से किस तरह संबंधित हैं। दुनियाभर में जहरीले सांपों की 700 से ज्यादा प्रजातियां पाई जाती हैं। ये अंटार्कटिका को छोडक़र हर महाद्वीप पर रहती हैं।