Syria OIC membership: सीरिया में सरकारी फौज और असद समर्थकों में संघर्ष के समाचारों के बीच खबर आई है कि उसकी इस्लामिक सहयोग संगठन ओआईसी में सदस्यता बहाल हो गई है।
Syria OIC membership: इस्लामी देशों के संगठन ओआईसी में सीरिया को दुबारा सदस्य बनाया गया है। उसकी यह सदस्यता 13 वर्षों से निलंबित (suspension) थी। तुर्किये की पहल के बाद उसकी सदस्यता (membership) फिर से बहाल हो गई है। राजनयिक सूत्रों के अनुसार, जेद्दा में ओआईसी (OIC) के विदेश मंत्रियों की असाधारण परिषद की बैठक के दौरान तुर्किये (Turkey) की पहल ने दमिश्क यानि तुर्की की ओआईसी में वापसी का मार्ग प्रशस्त किया। जेद्दा में बैठक के एजेंडे में सीरिया (Syria) की ओआईसी सदस्यता वापस बहाल करने का मुद्दा भी जोड़ा गया, जिसमें तुर्की के विदेश मंत्री हकन फिदान ने भाग लिया। बैठक में मसौदा प्रस्ताव के अनुसार लगभग 13 वर्षों से निलंबित सीरिया की ओआईसी सदस्यता दुबारा से दी गई। यह प्रस्ताव को अपनाने के बाद, सीरिया के विदेश मंत्री असद हसन शैबानी को बैठक में आमंत्रित किया गया और उन्होंने सीरिया का प्रतिनिधित्व करते हुए मेज पर अपना स्थान ग्रहण किया।
गौरतलब है कि 24 जून, 2012 को सीरिया के विदेश मंत्री असद हसन शैबानी की मंत्रिस्तरीय असाधारण कार्यकारी समिति ने बैठक में भाग लिया था। जेद्दा में आयोजित ओआईसी की बैठक में सीरिया की स्थिति पर चर्चा की गई थी और सीरिया की ओआईसी सदस्यता निलंबित करने की सिफारिश की गई थी, तब बशर अल-असद शासन की अपने ही लोगों के खिलाफ हिंसा बढ़ रही थी। इसके बाद, 14-15 अगस्त, 2012 को मक्का में आयोजित चौथे असाधारण ओआईसी शिखर सम्मेलन में सीरिया की ओआईसी सदस्यता निलंबित कर दी गई थी।
सीरिया को ओआईसी (इस्लामिक सहयोग संगठन) की दुबारा सदस्यता मिलने का मुख्य कारण तुर्किये की पहल और क्षेत्रीय राजनीतिक बदलाव हैं। सीरिया की सदस्यता 13 वर्षों तक निलंबित रही थी, क्योंकि 2012 में बशर अल-असद शासन के तहत सीरिया में सरकार और असद विरोधियों के बीच हिंसक संघर्ष बढ़ने लगा था। इस संघर्ष में असद सरकार ने अपने ही नागरिकों पर हिंसा बढ़ा दी थी, जिसके कारण ओआईसी ने सीरिया की सदस्यता निलंबित कर दी थी।