टीएलपी पार्टी के लबैक या अक्सा मिलियन मार्च की घोषणा के बाद पाकिस्तान सरकार ने इस्लामाबाद और रावलपिंडी में मोबाइल और इंटरनेट सेवा सस्पेंड कर दी है और राजधानी के प्रवेश और निकास के सभी रास्तों को सील कर दिया है।
पड़ोसी देश पाकिस्तान में पिछले कुछ समय से हालात बिगड़े हुए है। देश के कई हिस्सों में सरकार के खिलाफ भारी विरोध प्रदर्शन किए जा रहे है। हाल ही पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में जनता के सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरु किया था, जिसमें करीब 19 लोग मारे गए थे। इसी बीच अब पाकिस्तान की तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान (टीएलपी) नामक कट्टरपंथी इस्लामी पार्टी भी सरकार के विरोध में सड़कों पर उतर आई है। टीएलपी ने शुक्रवार को ‘लबैक या अक्सा मिलियन मार्च’ की घोषणा की है। ऐसे में स्थिति को काबू पाने के लिए पाक सरकार ने इस्लामाबाद और रावलपिंडी में मोबाइल और इंटरनेट सेवा सस्पेंड कर दी है और राजधानी के प्रवेश और निकास के सभी रास्तों को सील कर दिया है।
टीएलपी ने शुक्रवार को इस्लामाबाद में अमेरिकी दूतावास के बाहर इजरायल के खिलाफ एक बड़ा प्रदर्शन करेने की घोषणा की थी। इसके बाद पंजाब पुलिस ने पार्टी के मुखिया सा’द हुसैन रिज़वी को गिरफ्तार करने के लिए लाहौर में उनके मुख्यालय पर छापा मारा था। इस दौरान पुलिस और टीएलपी के सदस्यों के बीच झड़प हुई और दर्जनों लोग घायल हुए। इसके बाद जब पुलिस ने थोड़ी सख्ती दिखाई तो पार्टी के नेताओं ने बुधवार देर रात शहर में हिंसक प्रदर्शन शुरु कर दिया जो गुरुवार को भी जारी रहा।
इसी को देखते हुए पाकिस्तान के गृह मंत्रालय ने दूरसंचार प्राधिकरण को जुड़वां शहर कहे जाने वाले इस्लामाबाद और रावलपिंडी में आधी रात से ही अनिश्चित काल के लिए मोबाइल और इंटरनेट सेवाओं को बंद करने के निर्देश दे दिए। सुरक्षा की दृष्टि से गृह मंत्री मोहसिन नकवी ने भी इस फैसले को मंजूरी दी जिसके बाद दोनों शहरों में इंटरनेट बंद कर दिया गया। इसी के साथ राजधानी लाहौर में भी आने जाने के सभी रास्तों को सील कर दिया गया है।
कानून और व्यवस्था बनाए रखने और किसी भी तरह की हिंसा या अव्यवस्था को रोकने के लिए पंजाब सरकार ने भी तुंरत राज्य में धारा 144 लगा दी। प्रांतीय गृह विभाग के अनुसार इस दौरान सार्वजनिक स्थानों, गलियों और खुले क्षेत्रों में चार या उससे ज़्यादा लोगों के इकट्ठा होने पर रोक रहेगी। इसके साथ ही हथियारों का प्रदर्शन और लाउडस्पीकर का इस्तेमाल पर भी प्रतिबंध लगाया गया है।