भारत से संबंध बिगड़ने के बाद अब बांग्लादेश को पाकिस्तान का सहारा मिला है। क्या है पूरा मामला? आइए जानते हैं।
एक समय भारत (India), बांग्लादेश (Bangladesh) का सबसे बड़ा और अहम व्यापारिक पार्टनर था। जब से शेख हसीना (Sheikh Hasina) को पीएम पद और बांग्लादेश छोड़कर जाना पड़ा और मुहम्मद यूनुस (Muhammad Yunus) के नेतृत्व में अंतरिम सरकार बनी, तब से दोनों देशों के संबंधों में दरार पड़ गई है। इसी वजह से भारत और बांग्लादेश के बीच व्यापार भी बंद हो गया है। कई चीज़ों की खरीद के लिए बांग्लादेश, भारत पर निर्भर था जिनमें चावल भी शामिल है। हालांकि अब भारत ने बांग्लादेश को चावल एक्सपोर्ट करना बंद कर दिया है। ऐसे में बांग्लादेश की मदद के लिए उसका दूसरा पड़ोसी देश आगे आया है।
पाकिस्तान (Pakistan) ने बांग्लादेश को 1 लाख टन चावल एक्सपोर्ट करने के लिए इंटरनेशनल टेंडर जारी किया है। ट्रेडिंग कॉर्पोरेशन ऑफ पाकिस्तान (टीसीपी) द्वारा जारी इस टेंडर के अनुसार लॉन्ग ग्रेन व्हाइट राइस को कराची बंदरगाह के माध्यम से ब्रेक बल्क कार्गो के रूप में बांग्लादेश भेजा जाएगा। इस टेंडर के लिए बोली 28 नवंबर तक जमा की जानी है और अनुबंध के 45 दिनों के भीतर शिपमेंट भेजा जाएगा। गौरतलब है कि दोनों देशों के बीच कुछ महीने पहले ही चावल का व्यापार शुरू हुआ है।
पाकिस्तान और बांग्लादेश के बीच इस डील का फायदा दोनों देशों को होगा। बांग्लादेश को जहाँ सही कीमत पर चावल मिलेगा, तो पाकिस्तान का एक्सपोर्ट बढ़ने से उसकी कमज़ोर अर्थव्यवस्था को कुछ हद तक मदद मिलेगी। पाकिस्तान में चावल की खेती करने वाले किसानों की आय बढ़ेगी। इतना ही नहीं, चावल की इस डील की वजह से पाकिस्तान और बांग्लादेश के व्यापारिक संबंध और मज़बूत होंगे। इससे अन्य चीज़ों के व्यापार का रास्ता भी खुलेगा।