Pitch Drop experiment: ऑस्टे्रलिया में एक वैज्ञानिक प्रयोग करीब 94 साल से चल रहा है। इसकी शुरुआत 1927 में हुई थी।
World Longest Scientific Experiment: दुनियाभर में वैज्ञानिक कई तरह के प्रयोग करते हैं। उनकी कोशिश होती है कि प्रयोग जल्द खत्म हो, ताकि निष्कर्ष पर पहुंचा जा सके। लेकिन ऑस्टे्रलिया में एक वैज्ञानिक प्रयोग करीब 94 साल से चल रहा है। इसकी शुरुआत 1927 में हुई थी। हालांकि तकनीकी रूप से इसकी शुरुआत 1930 से मानी जाती है। प्रयोग लगातार चल रहा है। इतना लंबा प्रयोग आज तक नहीं चला। इसे दुनिया का सबसे लंबा चलने वाला प्रयोग कहा जाता है। इसका नाम गिनीज बुक ऑफ वल्र्ड रेकॉर्ड में दर्ज है। इस प्रयोग को 'पिच ड्रॉप’ के नाम से जाना जाता है। इसकी शुरुआत क्वींसलैंड यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर थॉमस पर्नेल ने 1927 में की थी। उनकी 1948 में मौत हो गई, लेकिन प्रयोग पर कोई फर्क नहीं पड़ा। यह आज तक जारी है।
इस प्रयोग में कोलतार की तरह लगने वाले पिच नाम के चिपचिपे तरल पदार्थ को एक फ्लास्क में रख दिया गया है। उसकी बूंदें नीचे गिरने के लिए छोड़ दी गई हैं। प्रयोग के तहत यह जानने की कोशिश की जा रही है कि आखिर पिच की एक बूंद कितने साल बाद नीचे गिरती है।
बताया जाता है कि जब से यह प्रयोग चल रहा है तब से अब तक पिच की महज 9 बूंदें नीचे गिरी हैं। पिच की पहली बूंद साल 1938 में फ्लास्क से गिरी थी। दूसरी बूंद इसके 8 साल बाद यानी 1947 में गिरी। नौवीं बूंद 2014 में गिरी थी। माना जाता है कि यह प्रयोग 100 साल और चल सकता है।