Russia-Ukraine War: रूस-यूक्रेन युद्ध को 3 साल पूरे हो गए हैं। पिछले तीन साल से चल रहे इस युद्ध की वजह से जान-माल का काफी नुकसान हुआ है और यूक्रेन के कई शहर भी तबाह हो गए हैं। ऐसे में अब इस युद्ध को खत्म करने की मांग तेज़ हो गई है। क्या हो सकता है इस युद्ध को खत्म करने का रोडमैप? आइए जानते हैं।
रूस-यूक्रेन युद्ध (Russia-Ukraine War) जब शुरू हुआ था तब किसी ने नहीं सोचा था कि यह इतना लंबा चलेगा। हर किसी को लगा था कि कुछ दिन में ही रूस इस युद्ध को जीतकर यूक्रेन पर कब्ज़ा जमा लेगा। हालांकि जैसा सब ने सोचा था, वैसा हुआ नहीं। कुछ दिन में ही यूक्रेन के खिलाफ युद्ध जीतकर उस पर कब्ज़ा करने का सपना देखने वाले रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) को अब तक अपने मंसूबों में कामयाबी नहीं मिली है। 24 फरवरी, 2022 को शुरू हुआ यह युद्ध अभी भी जारी है। दूसरे विश्व युद्ध (World War II) के बाद से अब तक का यह सबसे बड़ा युद्ध है और इसकी वजह से दोनों देशों के लाखों लोग मारे जा चुके हैं और यूक्रेन के कई शहर भी तबाह हो चुके हैं।
रूस और यूक्रेन के बीच जब से युद्ध शुरू हुआ है, तभी से इसे खत्म करने की मांग उठाई जा रही है। हालांकि अब तक इस युद्ध को खत्म करने में कामयाबी नहीं मिली है। इस युद्ध को खत्म करने का रोडमैप काफी ज़रूरी है। क्या हो सकता है रूस-यूक्रेन युद्ध को खत्म करने का रोडमैप? आइए जानते हैं।
अमेरिका अब तक इस युद्ध में यूक्रेन का सबसे बड़ा मददगार रहा है, लेकिन ऐसा डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति बनने से पहले हुआ। ट्रंप, यूक्रेन की मदद करने के मूड में नहीं हैं। ट्रंप यह बात साफ कर चुके हैं कि वह वोलोदिमिर ज़ेलेन्स्की (Volodymyr Zelenskyy) की और मदद करने के मूड में नहीं हैं। ट्रंप और पुतिन भी अच्छे दोस्त हैं और साथ ही ज़ेलेन्स्की पर भी ट्रंप का अच्छा असर है। ट्रंप की इस युद्ध को खत्म करने के विषय में दोनों देश के राष्ट्रपतियों से बात हुई है। जल्द ही ट्रंप इस सिलसिले में पुतिन से मुलाकात भी कर सकते हैं। ट्रंप जल्द ही इस युद्ध को खत्म करवाना चाहते हैं और पुतिन के साथ ज़ेलेन्स्की इस विषय में बातचीत के लिए तैयार हैं। ऐसे में इस युद्ध को खत्म करवाने में ट्रंप अहम भूमिका निभा सकते हैं।
दोनों देशों के बीच यह युद्ध यूक्रेन के नाटो में शामिल होने की इच्छा की वजह से हुआ था। रूस, यूक्रेन के नाटो में शामिल होने के सख्त खिलाफ है। ऐसे में दोनों देशों के बीच युद्ध खत्म करवाने के लिए यूक्रेन के नाटो में शामिल न होने की प्रतिबद्धता अहम है।
ट्रंप यह साफ कर चुके हैं कि उनकी नज़र यूक्रेन के खनिजों पर हैं। यूं तो ज़ेलेन्स्की इसके पक्ष में नहीं हैं, लेकिन उन्हें पता है कि इस मामले में ट्रंप से डील ज़रूरी है। ट्रंप ने कहा है कि यूक्रेन से खनिजों की डील होने पर अमेरिका, जल्द से जल्द इस युद्ध को खत्म करवाने का प्रयास करेगा। ऐसे में अमेरिका की यूक्रेन से खनिजों की डील, रूस-यूक्रेन युद्ध को खत्म करवाने में अहम भूमिका निभा सकती है।
आधिकारिक रूप से यूक्रेनी राष्ट्रपति के तौर पर ज़ेलेन्स्की का कार्यकाल खत्म हो चुका है। पुतिन तो कई मौकों पर कह चुके हैं कि वह अब ज़ेलेन्स्की को यूक्रेन का राष्ट्रपति नहीं मानते हैं। कुछ दिन पहले ही ट्रंप ने इसी वजह से ज़ेलेन्स्की को तानाशाह भी बताया था। ऐसे में युद्ध को खत्म करवाने के लिए ज़ेलेन्स्की को इस्तीफा देना पड़ सकता है जिससे यूक्रेन में नए राष्ट्रपति के लिए चुनाव हो सकते हैं, जिसमें ज़ेलेन्स्की की हार संभव है।
2022 से शुरू हुए इस युद्ध के बाद से अब तक रूस ने यूक्रेन के कुछ हिस्से पर कब्ज़ा भी किया है। युद्ध को खत्म करने के लिए अगर यूक्रेन ज़रूरी शर्तें मानता है, तो रूस को भी कब्ज़े में लिए कुछ यूक्रेनी हिस्से को लौटाना पड़ सकता है।