India-Pakistan Conflict: भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान पर पाकिस्तान ने पलटवार किया है। क्या है पूरा मामला? आइए नज़र डालते हैं।
पिछले कुछ समय में भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव काफी बढ़ गया, जो किसी से छिपा नहीं। पहलगाम आतंकी हमला (Pahalgam Terrorist Attack), उसके जवाब में भारत का 'ऑपरेशन सिंदूर' (Operation Sindoor), फिर पाकिस्तान का भारतीय शहरों पर ड्रोन्स और मिसाइलों से हमले करना जिन्हें भारत ने नाकाम कर दिया, फिर भारत का पाकिस्तानी सैन्य ठिकाओं पर हमले करना, इन सबसे दोनों देशों के बीच तनाव काफी बढ़ गया। हालांकि अब दोनों देशों के बीच सीज़फायर चल रहा है। पाकिस्तानी नेता भी मान चुके हैं कि भारत की सैन्य कार्रवाई में पाकिस्तान को काफी नुकसान हुआ है। इसी बीच भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Indian Prime Minister Narendra Modi) ने एक ऐसा बयान दिया है जिससे पाकिस्तान फिर बौखला गया है।
पीएम मोदी ने सोमवार को गुजरात के वडोदरा में एक जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने पाकिस्तान और आतंकवाद पर निशाना साधते हुए चेतावनी दी और कहा, "भारत पर आंख उठाने वाले को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। सुख-चैन से जियो, अपने हिस्से की रोटी खाओ, नहीं तो मेरी गोली तो है ही।"
पीएम मोदी के बयान से पाकिस्तान बौखला गया है और उन पर निशाना साध रहा है। पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय की तरफ से इस मामले में बयान जारी किया गया और कहा, "पीएम मोदी का बयान नफरत फैलाने वाला है। इतना ही नहीं, इससे क्षेत्रीय शांति को खतरा भी है। एक परमाणु शक्ति वाले देश के नेता को इस तरह के बयान नहीं देने चाहिए। हम शांति चाहते हैं, लेकिन अगर हमें खतरा हुआ तो हम उसका जवाब देने से पीछे नहीं हटेंगे।"
दोनों देशों के बीच तनाव की स्थिति के बीच पाकिस्तान, भारत से बातचीत के लिए तैयार है। पाकिस्तान के पीएम शहबाज़ शरीफ ने सोमवार को ईरान दौरे भारत से बातचीत की इच्छा जताई। शरीफ ने कहा कि वह कश्मीर और जल सुरक्षा जैसे मुद्दों पर भारत के साथ बातचीत करना चाहते हैं। इतना ही नहीं, शरीफ ने भारत से बातचीत को पाकिस्तान के लिए काफी अहम बताया।