Thailand's Rich PM: दुनिया में कुछ ऐसे लीडर्स भी हैं जिनमें पास काफी धन-संपत्ति हैं। इन लीडर्स में थाईलैंड की पीएम भी शामिल हैं।
पैतोंगटार्न शिनावात्रा (Paetongtarn Shinawatra) पिछले साल अगस्त में थाईलैंड (Thailand) की पीएम बनी थीं। श्रेथा थाविसिन (Srettha Thavisin) को नैतिक उल्लंघन के कारण सुप्रीम कोर्ट ने उनके पद से हटा दिया था, जिसके बाद पैतोंगटार्न को देश का प्रधानमंत्री (Prime Minister) बनाया गया था। पैतोंगटार्न थाईलैंड के इतिहास की सबसे युवा पीएम भी हैं। इस समय उनकी उम्र 38 साल है और जब उन्होंने पीएम पद की कुर्सी संभाली थी, तब वह 37 साल की थीं। पैतोंगटार्न थाईलैंड की दूसरी महिला पीएम होने के साथ ही बेशुमार संपत्ति की मालकिन भी हैं।
थाईलैंड की पीएम पैतोंगटार्न सिर्फ अपने राजनीतिक जीवन की वजह से ही नहीं, बल्कि अपनी संपत्ति की वजह से भी चर्चा में रहती हैं। पैतोंगटार्न थाईलैंड के पूर्व पीएम और बिज़नेसमैन थाकसिन शिनावात्रा (Thaksin Shinawatra) की बेटी हैं और अपने पिता का बिज़नेस भी संभालती आई हैं। उनके परिवार की गिनती थाईलैंड के सबसे अमीर परिवारों में होती है।
थाईलैंड की पीएम पैटोंगटार्न ने शुक्रवार को अपनी संपत्ति के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि उनके पास 400 मिलियन डॉलर्स (3.4 हज़ार करोड़) से ज़्यादा की संपत्ति है। थाईलैंड की पीएम की संपत्ति में 217 डिज़ाइनर हैंडबैग शामिल हैं, जिनकी कीमत 2 मिलियन डॉलर्स (करीब 17 करोड़ रुपये) से ज़्यादा है। उनके पास करीब 75 लग्ज़री घड़ियाँ हैं, जिनकी कीमत करीब 5 मिलियन डॉलर्स (करीब 42 करोड़ रुपये) है।
पैटोंगटार्न के निवेश पर गौर किया जाए, तो उनके पास 3.1 लाख डॉलर्स (करीब 2.7 करोड़ रुपये) है और 29,052 डॉलर्स (करीब 24 लाख रुपये) नकद और अन्य जमा राशि है।
थाईलैंड की पीएम के पास विदेशों में भी संपत्ति है। पैटोंगटार्न के पास इंग्लैंड के शहर लंदन और जापान में अच्छी-खासी संपत्ति है।
यह भी पढ़ें- न्यू ऑरलिन्स हमलावर था ISIS आतंकी, सड़क पर 2 बम लगाकर और ज़्यादा लोगों को मारने की थी साजिश
थाईलैंड की पीएम पैटोंगटार्न के पास बेशुमार संपत्ति हो है ही, पर उनके ऊपर देनदारी भी है। रिपोर्ट के अनुसार उनके ऊपर 1.45 लाख डॉलर्स (करीब 1.2 करोड़ रुपये) की देनदारी है।
राष्ट्रीय भ्रष्टाचार निरोधक आयोग (National Anti-Corruption Commission - (NACC) के कहने पर थाईलैंड की पीएम पैटोंगटार्न को अपनी संपत्ति और देनदारियों का खुलासा करना पड़ा। इस आयोग का काम थाईलैंड में भ्रष्टाचार को रोकना है।
यह भी पढ़ें- तालिबान और पाकिस्तान क्यों बने एक-दूसरे के दुश्मन? एक मस्जिद से हुई थी तकरार की शुरुआत