Amazon Delivery Testing: Amazon सैन फ्रांसिस्को में अपने ऑफिस में एक खास "ह्यूमनॉइड पार्क" बना रहा है, जहां इन रोबोट्स को वास्तविक डिलीवरी पर टेस्टिंग की जा रही है।
E- Commerce Technology: ऑनलाइन शॉपिंग (Online Shopping) की दुनिया में क्रांति लाने वाली कंपनी Amazon अब डिलीवरी के क्षेत्र में एक नया कदम उठाने जा रही है। कंपनी ने ह्यूमनॉइड रोबोट्स (Humanoid Robot) के जरिए पैकेज डिलीवरी की टेस्टिंग शुरू कर दी है, जो भविष्य में डिलीवरी बॉय की भूमिका निभा सकते हैं। द इंफॉर्मेशन की एक हालिया रिपोर्ट के मुताबिक, Amazon सैन फ्रांसिस्को में अपने ऑफिस में एक खास "ह्यूमनॉइड पार्क" बना रहा है, जहां इन रोबोट्स को वास्तविक डिलीवरी परिदृश्यों में परखा जाएगा।
Amazon का यह "ह्यूमनॉइड पार्क" एक इनडोर टेस्टिंग सुविधा है, जो कॉफी शॉप के आकार की है। इसमें सीढ़ियां, संकरे रास्ते, और दरवाजे जैसे वास्तविक दुनिया के अवरोध शामिल हैं, ताकि रोबोट्स की क्षमता को परखा जा सके। इस सुविधा में कंपनी के रिवियन इलेक्ट्रिक वैन भी मौजूद हैं, जिनसे रोबोट्स पैकेज लेकर ग्राहकों के दरवाजे तक पहुंचने का अभ्यास करेंगे।
Amazon इन रोबोट्स के लिए खुद का आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) सॉफ्टवेयर विकसित कर रहा है, जो इन्हें नियंत्रित करेगा। हालांकि, शुरुआती टेस्टिंग के लिए रोबोट्स का हार्डवेयर अन्य कंपनियों से लिया जा रहा है, जिसमें चीन की यूनिट्री रोबोटिक्स का $16,000 का ह्यूमनॉइड रोबोट भी शामिल है। कंपनी ने पहले भी Agility Robotics के Digit रोबोट्स को अपने वेयरहाउस में टेस्ट किया है।
Amazon की योजना है कि ये ह्यूमनॉइड रोबोट रिवियन इलेक्ट्रिक वैन के पीछे सवार होंगे और डिलीवरी के लिए बाहर निकलकर पैकेज ग्राहकों के दरवाजे तक पहुंचाएंगे। यह प्रक्रिया डिलीवरी के समय को कम कर सकती है, क्योंकि रोबोट एक पते पर डिलीवरी करेगा, जबकि मानव ड्राइवर दूसरे पते पर पैकेज पहुंचा सकता है। भविष्य में ड्राइवरलेस वैन के साथ इनका उपयोग और भी प्रभावी हो सकता है।
Amazon का रोबोटिक्स में यह पहला प्रयोग नहीं है। कंपनी ने 2019 में छह-पहिए वाले स्काउट डिलीवरी रोबोट लॉन्च किया था, लेकिन इसे 2022 में कुछ तकनीकी खामियों, जैसे गिलहरी देखकर रुक जाना या पोर्च की सीढ़ियां न पहचान पाने के कारण बंद कर दिया गया। अब ह्यूमनॉइड रोबोट्स के साथ कंपनी ज्यादा जटिल कार्यों को अंजाम देने की कोशिश कर रही है।
हालांकि, यह तकनीक अभी शुरुआती चरण में है और वास्तविक दुनिया में इन रोबोट्स को लागू करने में कई साल लग सकते हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि ये रोबोट न केवल डिलीवरी को तेज करेंगे, बल्कि भारी सामान उठाने और दोहराव वाले कार्यों को आसान बनाएंगे। हालांकि, कुछ आलोचकों का कहना है कि इससे मानव डिलीवरी कर्मचारियों की नौकरियों पर खतरा मंडरा सकता है।
Amazon ने इस योजना पर अभी कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है, लेकिन कंपनी का कहना है कि ऑटोमेशन कर्मचारियों की सुरक्षा और उत्पादकता को बढ़ाता है। आने वाले समय में यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या Amazon का यह ह्यूमनॉइड रोबोट प्रोजेक्ट डिलीवरी के क्षेत्र में क्रांति ला पाएगा।