Russia Ukraine talks no date set: रूस-यूक्रेन वार्ता की अगली तारीख अभी तय नहीं हो सकी है, क्योंकि दोनों पक्ष पूरी तैयारी के लिए समय ले रहे हैं। क्रेमलिन ने साफ कहा है कि नाटो की संभावित उपस्थिति को लेकर उनकी आपत्ति बनी हुई है और वार्ता तभी सार्थक होगी जब तैयारी पूरी हो।
Russia Ukraine talks no date set: रूस और यूक्रेन के वार्ता दलों के प्रमुख लगातार संपर्क में हैं, लेकिन अगली दौर की बातचीत की तारीख अभी तय नहीं हुई है। रूस के राष्ट्रपति के प्रेस सचिव दिमित्री पेस्कोव ने बुधवार को यह जानकारी दी। पेस्कोव ने कहा, “रूस और यूक्रेन के वार्ता दलों के प्रमुख संपर्क में हैं, लेकिन हम अभी इस्तांबुल में होने वाले नए दौर की वार्ता की सटीक तारीख नहीं बता सकते।” उन्होंने कहा कि वार्ता उत्पादक बने इसके लिए दोनों पक्षों को पूरी तैयारी के साथ आगे बढ़ना होगा। ध्यान रहे कि अमेरिकी प्रेसीडेंट डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump )रूस और यूक्रेन में जंग (Russia-Ukraine War) खत्म करवाने की कोशिशें करने का दावा कर रहे हैं । क्रेमलिन ने वार्ता स्तर को पुनः निर्धारित करने के सवाल पर कहा, “यह काम जारी है और हमें लगता है कि इसे जारी रहना चाहिए। उच्च या सर्वोच्च स्तर पर किसी भी बैठक के लिए गंभीर तैयारी जरूरी है ताकि ये वार्ताएं सार्थक साबित हों।”
उन्होंने यूरोपीय सैनिकों की संभावित मौजूदगी पर भी नकारात्मक रुख जताया। पेस्कोव ने कहा, “हमारा इस विचार के प्रति नकारात्मक दृष्टिकोण है।” उन्होंने आगे कहा कि यूक्रेन में नाटो सैन्य ढांचे की मौजूदगी और उसका विस्तार ही रूस-यूक्रेन संघर्ष के प्रमुख कारणों में से एक है।
इसी बीच, रूसी राष्ट्रपति के सहयोगी यूरी उशाकोव ने बताया कि 15 अगस्त को अलास्का के आर्कटिक वॉरियर कन्वेंशन सेंटर में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच हुई वार्ता में, दोनों नेताओं ने मॉस्को और कीव के बीच प्रत्यक्ष वार्ता जारी रखने और उसे उच्च स्तर तक ले जाने पर चर्चा की।
ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म 'ट्रुथ सोशल' पर लिखा, “मैंने राष्ट्रपति पुतिन से बात की और राष्ट्रपति पुतिन और राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की की मुलाकात के लिए तैयारी शुरू की। इसके बाद एक त्रिपक्षीय बैठक होगी जिसमें मैं भी शामिल रहूंगा। यह चार साल से चल रहे युद्ध को खत्म करने की दिशा में एक सकारात्मक कदम है।” इस बैठक में पुतिन और ट्रंप के अलावा रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव, राष्ट्रपति सहयोगी यूरी उशाकोव, अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रूबियो और अमेरिका के विशेष दूत स्टीव विटकॉफ भी मौजूद थे।