Sunita Williams: भारतवंशी अमेरिकी अंतरिक्ष वैज्ञानिक सुनीता विलियम्स ने शून्य गुरुत्वाकर्षण में 62 घंटे चहलक़दमी की और सलाद के पत्ते उगा कर अंतरिक्ष में जीवन की संभावनाओं का परीक्षण किया।
Sunita Williams: भारतीय मूल की वैज्ञानिक और अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स (Sunita Williams) ने अंतरिक्ष स्टेशन पर शून्य गुरुत्वाकर्षण में सलाद पत्ते उगाने (lettuce cultivation) का एक दिलचस्प प्रयोग किया। यह घटना उनके अंतरिक्ष मिशन के दौरान हुई है और यह साबित करती है कि अंतरिक्ष में जीवन के लिए आवश्यक संसाधनों की उपलब्धता और खेती का विचार बहुत ही महत्वपूर्ण है। अंतरिक्ष में जीवन की सबसे बड़ी चुनौती उन संसाधनों की आपूर्ति है, जो जीवन के लिए आवश्यक होते हैं, जैसे कि खाना, पानी, और आक्सीजन। सुनीता विलियम्स ने शून्य गुरुत्वाकर्षण (zero gravity) के माहौल में लगभग 62 घंटे अंतरिक्ष में चहलकदमी ( Spacewalk) की। वह इस अवधि के दौरान अंतरिक्ष स्टेशन के बाहरी हिस्से की मरम्मत और उसे अपग्रेड करने का काम कर रही थीं।
सुनीता ने अपने मिशन के दौरान एक अंतरिक्ष यात्री के रूप में कई कठिन और जोखिमपूर्ण कामों को सफलतापूर्वक अंजाम दिया। इस दौरान उन्होंने अंतरिक्ष में बाहरी किट पहनकर, शून्य गुरुत्वाकर्षण में चलते हुए, अंतरिक्ष स्टेशन के बाहरी उपकरणों की जांच की और उनका रखरखाव किया। पृथ्वी से अंतरिक्ष यात्रा में जाने पर, अंतरिक्ष यात्री इन संसाधनों को सीमित मात्रा में अपने साथ ले जाते हैं, जिससे लंबे समय तक अंतरिक्ष में रहने के दौरान इनके उपयोग की योजना बनाना आवश्यक हो जाता है।
सुनीता विलियम्स ने अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर अपने मिशन के दौरान शून्य गुरुत्वाकर्षण में सलाद पत्ते उगाने की कोशिश की। इस प्रयोग का उद्देश्य यह था कि अंतरिक्ष में फसल उगा कर भविष्य में अंतरिक्ष यात्रियों के लिए भोजन की आपूर्ति का एक वैकल्पिक तरीका खोजा जा सके। उनके इस प्रयोग में "स्मार्ट पॉट्स" (smart pots) का उपयोग किया गया, जिनमें पौधे उगाने के लिए आवश्यक पोषक तत्व और पानी होता है। इनमें उचित प्रकाश व्यवस्था भी थी, ताकि पौधों को बढ़ने में मदद मिल सके।
अंतरिक्ष यात्रा में शरीर को फिट रखना भी एक बड़ा चुनौतीपूर्ण कार्य है, क्योंकि शून्य गुरुत्वाकर्षण में लंबे समय तक रहने से मांसपेशियों और हड्डियों की ताकत कम हो सकती है। सुनीता ने इस चुनौती का सामना करने के लिए विभिन्न फिटनेस उपायों को अपनाया, जैसे कि अंतरिक्ष में व्यायाम करने के लिए विशेष उपकरणों का उपयोग।
अंतरिक्ष यात्रा में समय का प्रबंधन भी एक बड़ी चुनौती है। अंतरिक्ष यात्री अपने कार्यों में उच्चतम दक्षता के साथ समय का उपयोग करने की कोशिश करते हैं। सुनीता विलियम्स ने इस प्रयोग के दौरान समय का सही उपयोग किया और अपनी व्यस्तता के बीच इस पहलू पर ध्यान केंद्रित किया। इस प्रक्रिया ने न केवल उनके मिशन के उद्देश्यों को पूरा करने में मदद की, बल्कि अंतरिक्ष में खेती की संभावनाओं के बारे में नए विचारों को भी प्रोत्साहित किया।
उनके इस प्रयोग के बाद, अंतरिक्ष यात्रियों के लिए भोजन की उपलब्धता के नए रास्ते खुल गए हैं। शून्य गुरुत्वाकर्षण में कृषि के इस प्रकार के प्रयोगों से यह संभावना जताई जा सकती है कि भविष्य में अंतरिक्ष यात्री न केवल अपनी यात्रा के दौरान आराम से खा-पी सकेंगे, बल्कि वे अपने खुद का भोजन उगा भी सकेंगे, जिससे वे लंबे समय तक अंतरिक्ष में रह सकेंगे।
बहरहाल सुनीता विलियम्स का यह प्रयोग न केवल वैज्ञानिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जहां अंतरिक्ष में जीवन को संभव बनाने के लिए नए विचारों और समाधानों की आवश्यकता है। शून्य गुरुत्वाकर्षण में सलाद पत्तों की खेती ने यह सिद्ध कर दिया कि समय का सदुपयोग करते हुए, वैज्ञानिक और तकनीकी दृष्टिकोण से नई संभावनाओं का निर्माण किया जा सकता है, जो भविष्य में अंतरिक्ष में मानव के लिए लाभकारी साबित हो सकते हैं।