Pakistan-Afghanistan Conflict: अफगानिस्तान की तालिबान सरकार और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ता ही जा रहा है है। पाकिस्तानी एयरस्ट्राइक के जवाब में अब तालिबानी लड़ाके पाकिस्तान में घुसकर ग़दर काट रहे हैं।
पाकिस्तान (Pakistan) और अफगानिस्तान (Afghanistan) के बीच तनाव बढ़ता ही जा रहा है। कुछ दिन पहले पाकिस्तान ने अफगानिस्तान में एयरस्ट्राइक कर दी थी, जिसमें 46 लोगों की मौत हो गई थी। पाकिस्तान ने अफगानिस्तान के पक्तिका प्रांत के शिन स्टार्गी अड्डा, सोरज़ाघमी, अलमस्ती और मार्घई इलाकों में टीटीपी (तहरीक-ए तालिबान पाकिस्तान) के ठिकानों पर एयरस्ट्राइक की थी, जिसमें आतंकियों के साथ ही निर्दोष लोग भी मारे गए थे। पाकिस्तान की इस हरकत के बाद अफगानिस्तान की तालिबान (Taliban) सरकार ने पाकिस्तान से बदला लेने की कार्रवाई शुरू कर दी और अब तालिबानी लड़ाके बड़ी संख्या में पाकिस्तान में घुस गए हैं। इतना ही नहीं, पाकिस्तान में एक्टिव टीटीपी भी अब पाकिस्तान को जख्म दे रहा है।
पाकिस्तान को गहरा घाव देते हुए तालिबानी लड़ाके उनके ही देश में गदर काट रहे हैं। तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) के लड़ाकों ने सोमवार को पाकिस्तानी सेना की एक चौकी पर कब्ज़ा करते हुए पाकिस्तानी सेना को गहरा घाव दे दिया है। दावा किया जा रहा है कि तालिबानी लड़ाकों ने अफगान सीमा के पास खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के बाजौर जिले में पाकिस्तानी सेना की एक सैन्य चौकी को अपने कब्ज़े में कर लिया।
टीटीपी की गोलीबारी में 15 से ज़्यादालोग भी मारे गए हैं, जिनमें पाकिस्तानी सैनिक भी हैं। सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहे वीडियो में पाकिस्तानी सेना की चौकी पर तालिबानी लड़ाकों को हथियारों के साथ जश्न मनाते देखा जा सकता है। उन्होंने आर्मी पोस्ट से पाकिस्तान का झंडा उखाड़कर टीटीपी का झंडा भी फहराया।
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अफगानिस्तान के रक्षा मंत्रालय ने 28 दिसंबर को कहा था कि तालिबानी लड़ाकों ने पाकिस्तानी एयरस्ट्राइक के जवाब में पाकिस्तान के अंदर कई स्थानों पर हमले किए। तालिबानी रक्षा मंत्रालय की ओर से 28 दिसंबर को एक सोशल मीडिया पोस्ट में यह भी बताया गया था कि तालिबानी लड़ाकों ने पाकिस्तान के उन स्थानों को निशाना बनाया जिन्हें अफगानिस्तान पर हमलों की योजना और समन्वय से जुड़े तत्वों और उनके समर्थकों के लिए ठिकाने के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा था। रिपोर्ट्स के अनुसार इन हमलों में 19 पाकिस्तानी सैनिक मारे गए और तीन अफगान नागरिकों को भी जान गंवानी पड़ी।