Unique Clock: ताजमहल को बनवाने के बाद उसके मजदूरों के हाथ कटवा दिए गए थे। पर क्या आपको पता है कि एक ऐसी घड़ी भी है जिसे बनाने वाले की आंखें फुड़वा दी गई थी? आइए जानते हैं इस अनोखी घड़ी के बारे में।
दुनिया के 7 अजूबों की जब चर्चा होती है, तो ताजमहल का नाम भी लिया जाता है। ताजमहल की बनावट कमाल की है, लेकिन मजदूरों की कहानी भी जगजाहिर है। ताजमहल बनाने वाले मजदूरों के हाथ हटवा दिए गए थे, जिससे वो ताजमहल जैसा कुछ फिर से न बना सके। लेकिन क्या आपको पता है कि ऐसी एक घड़ी है जिसे बनाने वाले के साथ भी एक बेहद ही क्रूर काम किया गया था। इस घड़ी को बनाने वाले की आंखें फुड़वा दी गई थी, जिससे वो फिर से कभी ऐसी घड़ी न बना सके। क्या आपको इस अनोखी घड़ी (Unique CLock) के बारे में पता है? अगर नहीं, तो आइए हम बताते हैं।
चेक रिपब्लिक (Czech Republic) की राजधानी प्राग (Prague) में एक एस्ट्रोनॉमिकल क्लॉक (खगोलीय घड़ी) है, जो 600 साल से ज़्यादा पुरानी है। इस घड़ी को साल 1410 में बनाया गया था और यह फिलहाल मौजूद दुनिया की तीसरी सबसे पुरानी घड़ी है और साथ ही सबसे पुरानी चलती हुई खगोलीय घड़ी। जिस समय इसे बनाया गया था, उस समय लोग सिर्फ समय जानने के लिए घड़ियों का इस्तेमाल नहीं करते थे, बल्कि अन्य चीज़ों के लिए भी करते थे। यह घड़ी घंटे, चंद्रमा और सूर्य की स्थिति, सूर्योदय और सूर्यास्त का समय और ईसाई धर्म के पवित्र दिनों के बारे में जानकारी देने का भी काम करती थी है। इस घड़ी पर 12 राशियों के चिह्न भी बने हुए हैं।
इस खगोलीय घड़ी को हनुश नाम के व्यक्ति ने बनाया था। वहाँ के राजा ने अपने मंत्रियों की सलाह पर उसने हनुश की आंखें फुड़वा दी थी, जिससे वो अंधा हो गया। ऐसा इसलिए किया गया क्योंकि राजा को घड़ी काफी पसंद आई थी और वो नहीं चाहता था कि ऐसी घड़ी फिर से बनाई जा सके।
चेक रिपब्लिक की राजधानी प्राग की यह एस्ट्रोनॉमिकल क्लॉक पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र है। हर साल लाखों पर्यटक देश-विदेश से इस खगोलीय घड़ी को देखने के लिए जाते हैं।
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