Tradition of keeping names : कुछ लोग अक्सर कहते हैं कि नाम में क्या रखा है, काम देखना चाहिए। दूसरी विचारधारा के लोग कहते हैं कि नामसे बहुत फर्क पड़ता है।
Tradition of keeping names: नाम अच्छा हो तो किस्मत अच्छी होती है और नाम खराब हो तो भाग्य खराब होता है। एक तर्क यह है कि राम और रावण दोनों का नामाक्षर एक ही है, लेकिन दोनों का तो भाग्य अलग रहा। आइए नामों के बारे में बात करें।
मुन्ना और चांद ऐसे नाम हैं,जो हिन्दुओं और मुसलमानों दोनों मेें रखे जाते हैं। कबीर नाम हिंदू मुस्लिम दोनों में रखा जाता है। नाम ज्योतिष, ग्रह दशा और लग्न के हिसाब से भी रखे जाते हैं कालूराम, कालू खां ,कालू सिंह। चांदमल ,चांद खां ,चांद सिंह। मांगीलाल,मांगू खां,मांगूसिंह। नथ मल, नथू खां, नथू सिंह। सुल्तान राम, सुल्तान खां , सुल्तानसिंह। लालचंद्र ,लाल मोहम्मद,लालसिंह। बन्नाराम, बन्ने खां, बन्नेसिंह,भंवर लाल, भंवर खां,भंवरसिंह। गुलाबचंद, गुलाब खां, गुलाबसिंह, घीसूमल,घीसू खां व घीसूसिंह। फतेहचंद, फतेह मोहम्मद व फतेह सिंह हिन्दुओं और मुसलमानों दोनों में रखे जाते हैं।
समीर—समीर चौधरी/समीर(शमीर) शेख,
इकबाल—राम इकबाल/इकबाल अहमद, (काल्पनिक)
मुख्तार—मुख्तियार सिंह/मुख्तार अहमद,
सीमा—सीमा भारती/सीमा सिद्दीकी,
भोला—भोला राम/भोला मियां,
गुलाम—राम गुलाम/ गुलाम मोहम्मद,
खुशबू—खुशबू तिवारी/खुशबू खानम,
शबनम—शबनम कुमारी/शबनम खान
दीन-रामदीन/ दीन मोहम्मद "
राजू-राजू श्रीवास्तव/राजू खान "
पप्पू-पप्पू कुमार/पप्पू खान "
चंदा-चंदा कुमारी/चंदा खातून "
समीर नाम हिन्दू मुस्लिम दोनों समुदायों में रखा जाता है। इसी तरह मुन्ना, बेबी व परी आदि बच्चों के नाम दोनों समुदायों में मिलते हैं।