पाकिस्तान ने लाहौर में बढ़ते स्मॉग के लिए भारत की दिवाली आतिशबाजी को जिम्मेदार ठहराया, जबकि विशेषज्ञों ने इसे बेबुनियाद बताते हुए स्थानीय प्रदूषण को असली कारण बताया।
पाकिस्तान ने अपनी घरेलू पर्यावरणीय असफलताओं को छिपाने के लिए एक बार फिर भारत पर उंगली उठाई है। पंजाब प्रांत में तेजी से बढ़ते स्मॉग को भारत में मनाई जा रही दिवाली की आतिशबाजी से जोड़ते हुए पाकिस्तानी अधिकारियों ने आरोप लगाया है कि सीमा पार से आने वाली हवाओं ने प्रदूषक लेकर आ रही हैं। हालांकि, विशेषज्ञ इस दावे को पूरी तरह बेबुनियाद बताते हुए पाकिस्तान के स्थानीय उत्सर्जन को मुख्य वजह ठहरा रहे हैं।
पंजाब की राजधानी लाहौर दुनिया के सबसे प्रदूषित शहरों की सूची में शुमार हो गया है। IQAir की ताजा रैंकिंग के अनुसार, लाहौर का AQI (एयर क्वालिटी इंडेक्स) 298 तक पहुंच गया है, जो 'बहुत खतरनाक' स्तर का है। यह दिल्ली (AQI 283) के ठीक बाद दूसरे स्थान पर है। शहर में दृश्यता तेजी से घट रही है, जिससे सड़कें धुंध से लिपट गई हैं। पर्यावरण संरक्षण विभाग (EPD) के मुताबिक, अमृतसर, लुधियाना और हरियाणा से आने वाली धीमी गति वाली हवाएं (4-7 किमी/घंटा) दिवाली की आतिशबाजी के धुएं को लेकर पंजाब के कई शहरों जैसे लाहौर, फैसलाबाद, साहिवाल, बहावलपुर, राहिम यार खान और मुल्तान तक पहुंच रही हैं।
स्मॉग के बढ़ते संकट को देखते हुए पंजाब सरकार ने तत्काल कदम उठाए हैं। इकबाल टाउन, मुल्तान रोड, शादरा फ्लाईओवर, करीम ब्लॉक, रवि ब्रिज, जीटी रोड, थोकर नियाज बैग और अपर मॉल जैसे प्रदूषित इलाकों में पानी छिड़काव अभियान शुरू किया गया है। एंटी-स्मॉग गन्स को सक्रिय कर दिया गया है, जबकि लाहौर डेवलपमेंट अथॉरिटी (LDA) और वाटर एंड सैनिटेशन एजेंसी (WASA) ने संयुक्त संचालन चलाया। वरिष्ठ मंत्री मरियम औरंगजेब ने बताया कि निर्माण सामग्री को ढकने, धुंए छोड़ने वाले वाहनों पर जुर्माना लगाने और रात के समय विशेष अभियान चलाने जैसे कदम उठाए जा रहे हैं। सोमवार को लाहौर पुलिस ने 83 लोगों को गिरफ्तार किया, जिनमें फैक्टरियों से उत्सर्जन करने वाले और टायर व कचरा जलाने वाले शामिल थे।
प्रदेश सरकार ने चेतावनी जारी की है कि प्रदूषण का स्तर सुबह और रात में सबसे अधिक रहेगा, जबकि दोपहर में थोड़ी राहत मिल सकती है। मंगलवार को लाहौर का AQI 210-240 के बीच रहने का अनुमान है।
पाकिस्तान के इन आरोपों को पर्यावरण विशेषज्ञों ने सिरे से खारिज कर दिया है। उनका कहना है कि लाहौर का स्मॉग मुख्य रूप से स्थानीय स्रोतों से आ रहा है, जैसे फसल अवशेष जलाना (स्टबल बर्निंग), वाहनों का धुआं, फैक्टरियां और निर्माण कार्य। IQAir और पंजाब स्मॉग मॉनिटरिंग सेंटर के आंकड़े बताते हैं कि दक्षिण एशिया में सर्दियों में ठंडी हवा प्रदूषकों को फंसाकर स्थिति बिगाड़ देती है। एक विशेषज्ञ ने कहा, "यह पाकिस्तान की कमजोर पर्यावरण नीतियों को छिपाने का बहाना है।