Zelensky Ignores Trump Peace Proposal: डोनाल्ड ट्रंप ने ज़ेलेंस्की पर गुस्सा करते हुए कहा कि उन्होंने अमेरिका का नया 28-पॉइंट सीजफायर प्रस्ताव अभी तक पढ़ा ही नहीं है।
Zelensky Ignores Trump Peace Proposal: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को खुल कर अपनी नाराजगी जाहिर की। इसकी वजह है यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमीर ज़ेलेंस्की का रवैया। ट्रंप ने कहा कि उन्होंने रूस-यूक्रेन युद्ध खत्म करने के लिए एक नया 28-सूत्री शांति प्रस्ताव (Trump Zelensky Peace Proposal) भेजा है, लेकिन ज़ेलेंस्की ने अभी तक वह ठीक से पढ़ा तक नहीं है। ट्रंप ने वाशिंगटन में कैनेडी सेंटर ऑनर्स कार्यक्रम के दौरान पत्रकारों से कहा, “मैं थोड़ा मायूस हूं। राष्ट्रपति पुतिन ( Putin ) की टीम ने इस प्रस्ताव को देख लिया है और उन्हें कोई बड़ी आपत्ति नहीं है, लेकिन ज़ेलेंस्की साहब ने अभी तक इसे खोल कर भी नहीं देखा (Zelensky Ignores Trump Peace Proposal)।
ट्रंप ने कहा कि रूसी पक्ष इस ढांचे को मानने को तैयार दिख रहा है, जबकि यूक्रेन की तफ से सिर्फ देरी की जा रही है और बहाने बनाए जा रहे हैं। उन्होंने यह भी इशारा किया कि ज़ेलेंस्की के अपने कुछ करीबी लोग इस प्लान को पसंद कर रहे हैं, लेकिन राष्ट्रपति खुद इसके लिए तैयार नहीं हैं।
ट्रंप का साफ कहना है कि यह युद्ध अब और नहीं चलना चाहिए। अमेरिकी करदाताओं का पैसा बर्बाद हो रहा है और दोनों तरफ बहुत जानें जा चुकी हैं। वे लगातार यह बात दोहरा रहे हैं कि यूक्रेन को कुछ इलाके छोड़ कर समझौता कर लेना चाहिए, ताकि खून-खराबा रुक जाए।
दूसरी तरफ ज़ेलेंस्की ने सोशल मीडिया पर अपना स्टैंड साफ किया। उन्होंने लिखा, “यूक्रेन को सम्मानजनक शांति चाहिए। शांति तभी होगी जब रूस पर दुनिया का पूरा दबाव पड़ेगा और उसे अपने किए की सजा मिलेगी।” उन्होंने अमेरिकी प्रतिनिधियों से हुई हालिया मीटिंग को “रचनात्मक लेकिन मुश्किल” बताया और कहा कि अभी वे पूरी डिटेल का इंतज़ार कर रहे हैं।
अमेरिकी मीडिया में यह खबर तेजी से वायरल हो रही है। कई रिपब्लिकन नेता ट्रंप का समर्थन कर रहे हैं तो कुछ डेमोक्रेट्स इसे “रूस को खुश करने की कोशिश” बता रहे हैं। यूक्रेन समर्थक अमेरिकी नागरिकों में गुस्सा है। वहीं रूसी मीडिया इसे “ट्रंप की समझदारी” बता रहा है।
ज़ेलेंस्की के कार्यालय ने कहा है कि वे अगले 48 घंटे में अमेरिकी प्रस्ताव पर विस्तृत जवाब देंगे। ट्रंप के विशेष दूत स्टीव विटकॉफ आज रात तक कीव पहुंच रहे हैं। उम्मीद है कि जल्द ही नये दौर की बातचीत शुरू होगी।
कई विश्लेषक मानते हैं कि ट्रंप असल में यूक्रेन की मदद बंद करने की धमकी देकर ज़ेलेंस्की पर दबाव बना रहे हैं। दूसरी तरफ पुतिन यह दिखाना चाहते हैं कि वे शांति के लिए तैयार हैं, ताकि पश्चिमी देशों में विभाजन पैदा कर सकें।