Tulsi Gabbard: तुलसी गबार्ड का शपथ ग्रहण समारोह व्हाइट हाउस में हुआ था। इसके कुछ ही घंटे बाद उनकी पीएम मोदी (PM Modi) के साथ बैठक हुई।
Tulsi Gabbard: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दो दिवसीय यात्रा पर सबसे पहले उन्होंने अमेरिका की खुफिया निदेशक तुलसी गबार्ड के साथ मुलाकात की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) और तुलसी गबार्ड के बीच भारत और अमेरिका के रिश्तों को लेकर बातचीत हुई दोनों ने इन रिश्तों को और ज्यादा मजबूत करने की प्रतिबद्धता जताई। पीएम मोदी और तुलसी गबार्ड की मुलाकात (PM Modi and Tulsi Gabbard Meeting) बुधवार को (स्थानीय समय) को वाशिंगटन, DC में हुई। सबसे दिलचस्प बात ये थी कि प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात के ठीक पहले ही तुलसी गबार्ड ने अमेरिका की खुफिया निदेशक के पद की शपथ ली थी।
ये शपथ ग्रहण समारोह व्हाइट हाउस में हुआ था। इसके कुछ ही घंटे बाद तुलसी गबार्ड ने पीएम मोदी के साथ बैठक की। गबार्ड और पीएम मोदी और गबार्ड ने एक-दूसरे से हाथ मिलाया और एक-दूसरे का गर्मजोशी से स्वागत किया। पीएम मोदी ने गबार्ड के शपथ लेने और अमेरिका की इतनी बड़ी जिम्मेदारी संभालने की बधाई दी।
इस मुलाकात को लेकर पीएम मोदी ने X पर पोस्ट भी किया और लिखा, "वाशिंगटन डीसी में अमेरिका की डायरेक्टर ऑफ नेशनल इंटेलिजेंस तुलसी गबार्ड से मुलाकात की। उनकी पुष्टि पर उन्हें बधाई दी। भारत-अमेरिका मित्रता के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की, जिसकी वे हमेशा से प्रबल समर्थक रही हैं।"
अमेरिका की खुफिया निदेशक तुलसी गबार्ड अमेरिका की 18-18 खुफिया एजेंसियों की कमान संभाल रही हैं। तुलसी गबार्ड अमेरिकी कांग्रेस की पहली हिंदू नेता हैं। हालांकि वो भारतीय नहीं है लेकिन उन्होंने हिंदू धर्म अपनाया हुआ है। वे अमेरिकी समोआ मूल की हैं। उनकी मां ने हिंदू धर्म अपनाया था और अपने सभी बच्चों के नाम हिंदू धर्म के मुताबिक की रखे थे। हिंदू समर्थक और हिंदू हितैषी होने के चलते भारत में भी तुलसी को काफी पसंद किया जाता है। इस बात का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि तुलसी गबार्ड ने अपनी नियुक्ति के समय भगवद् गीता पर हाथ रखकर पद की शपथ ली थी।
तुलसी गबार्ड वे भारत और अमेरिका के रिश्तों की प्रबल समर्थक रही हैं। उन्होंने 20 सालों तक अमेरिकी सेना की शाखा नेशनल गार्ड में काम किया है। ट्रंप अक्सर तुलसी को निडर रिपब्लिकन (ट्रंप की पार्टी) बताते हैं।