तुनीसिया के प्रमुख विपक्षी नेता अबीर मूसी को लेकर अहम खबर सामने आई है। उन्हें 12 साल की जेल की सजा सुनाई गई है। अबीर मूसी का कहना है कि उन्होंने सिर्फ सरकार की आलोचना की थी, जो उनका लोकतांत्रिक अधिकार है।
उत्तरी अफ्रीका में एक देश हैं, 'तुनीसिया'। तुनीसिया से एक अहम खबर सामने आई है। तुनीसिया की एक अदालत ने प्रमुख विपक्षी नेता अबीर मूसी(Abir Moussi) को 12 साल की जेल की सजा सुनाई है। अबीर मूसी, 'फ्री कॉन्स्टीट्यूशनल पार्टी' की प्रमुख हैं और साल 2023 से जेल में बंद हैं। उन्हें राष्ट्रपति भवन के बाहर गिरफ्तार किया गया था। उन पर अव्यवस्था फैलाने और हमला करने की कोशिश का आरोप लगाया गया था, लेकिन मूसी ने इन आरोपों को हमेशा खारिज किया। इस सजा के बाद उनके वकील नफा लारीबी ने बताया कि यह फैसला न्यायिक नहीं बल्कि राजनीतिक दबाव में लिया गया है।
तुनीसिया में यह मामला इसलिए भी चर्चा में है क्योंकि कई विपक्षी नेता, पत्रकार, वकील और सामाजिक कार्यकर्ता पहले से ही जेल में बंद हैं। आलोचकों का कहना है कि राष्ट्रपति 'काइस सईद' अपने विरोधियों पर शिकंजा कस रहे हैं और देश में एकछत्र शासन स्थापित करने की कोशिश कर रहे हैं। पिछले महीने अदालत ने दर्जनों राजनेताओं और कई बड़े बिजनेसमैन को सईद सरकार गिराने की साजिश के आरोप में 45 साल तक की सजा सुनाई थी।
अबीर मूसी का कहना है कि उन्होंने सिर्फ सरकार की आलोचना की थी, जो उनका लोकतांत्रिक अधिकार है। उन्होंने आरोप लगाया कि उन्हें राजनीतिक प्रताड़ना, अत्याचार और मानसिक हिंसा का सामना करना पड़ रहा है।
मानवाधिकार समूहों का कहना है कि 2021 में संसद भंग करने के बाद सईद ने न्यायपालिका की स्वतंत्रता खत्म कर दी। 2022 में उन्होंने सुप्रीम ज्यूडिशियल काउंसिल को भंग कर कई जजों को भी बर्खास्त किया था। इन आरोपों पर राष्ट्रपति 'काइस सईद कहना है कि ये सारे आरोप गलत हैं। उनका कहना है कि वह देश को 'गद्दारों' से मुक्त कर रहे हैं, न कि तानाशाही चला रहे हैं।