Dallas Robbery Shooting: अमेरिका में गन वॉयलेंस का कहर जारी है। अब एक भारतीय शख्स डैलस में हुई गोलीबारी का शिकार बन गया।
अमेरिका (United States of America) में गन वॉयलेंस (बंदूक की वजह से हिंसा) की समस्या थमने का नाम ही नहीं ले रही है। अमेरिका में आए दिन ही कहीं न कहीं गोलीबारी के मामले सामने आते रहते हैं। अमेरिका में गन वॉयलेंस लंबे समय से चली आ रही एक बेहद ही गंभीर समस्या है, जो न ही खत्म हो रही है और न ही कम हो रही है। पब्लिक प्लेस हो या फिर प्राइवेट प्लेस, अमेरिका में गन वॉयलेंस के कहर से कोई भी जगह सुरक्षित नहीं है। अब अमेरिका में गोलीबारी का एक और मामला सामने आया है। यह घटना टेक्सास (Texas) राज्य के डैलस (Dallas) शहर में 21 जून को घटित हुई है।
भारतीय शख्स हुआ गोलीबारी का शिकार
21 जून को डैलस में प्लेज़ेट ग्रोव इलाके में एक गैस स्टेशन स्टोर में डकैती के दौरान गोलीबारी हो गई। इस घटना में भारतीय नागरिक गोपी कृष्ण दासारी (Gopi Krishna Dasari) की मौत हो गई। गोपी कृष्ण आंध्र प्रदेश का रहने वाला था और 8 महीने पहले ही अमेरिका गया था।
भारतीय वाणिज्य दूतावास ने किया शोक व्यक्त
ह्यूस्टन (Houston) स्थित भारतीय वाणिज्य दूतावास ने सोशल मीडिया पर गोपी कृष्ण की मौत पर शोक व्यक्त करते हुए उसके परिवार के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त की। भारतीय वाणिज्य दूतावास गोपी कृष्ण के स्थानीय परिजनों के संपर्क में है और अपने स्तर पर एवं विभिन्न भारतीय संगठनों के माध्यम से हर संभव मदद की कोशिश कर रहा है। साथ ही उसके शव को भारत लाने की भी कोशिशें शुरू हो गई हैं।
गन वॉयलेंस में नहीं हो रही कमी
गन वॉयलेंस अमेरिका में पिछले कुछ समय से नहीं, बल्कि लंबे समय से एक बड़ी समस्या रही है। अमेरिका में गन खरीदना उतना ही आसान है जितना भारत में सब्जी खरीदना। एक छोटा बच्चा भी अमेरिका में गन खरीद सकता है और वहाँ गन की खरीद पर कोई सख्त कानून नहीं है। ऐसे में अमेरिका में गन वॉयलेंस की वजह से हर साल बड़ी संख्या में लोगों की जान जाती हैं और इन मामलों में किसी तरह की कोई कमी देखने को नहीं मिल रही।
भारतीयों के खिलाफ हमलों के बढ़े मामले
इस साल अमेरिका में कई भारतीयों पर हमले हुए हैं। इनमें कई छात्र भी शामिल हैं जिन्होंने गोलीबारी या दूसरे कारणों से अपनी जान गंवा दी।
गन वॉयलेंस में नहीं हो रही कमी
गन वॉयलेंस अमेरिका में पिछले कुछ समय से नहीं, बल्कि लंबे समय से एक बड़ी समस्या रही है। अमेरिका में गन खरीदना उतना ही आसान है जितना भारत में सब्जी खरीदना। एक छोटा बच्चा भी अमेरिका में गन खरीद सकता है और वहाँ गन की खरीद पर कोई सख्त कानून नहीं है। ऐसे में अमेरिका में गन वॉयलेंस की वजह से हर साल बड़ी संख्या में लोगों की जान जाती हैं और इन मामलों में किसी तरह की कोई कमी देखने को नहीं मिल रही।
यह भी पढ़ें- इज़रायली हमलों में 38 हज़ार से ज़्यादा फिलिस्तीनियों की मौत, 91,000 से ज़्यादा लोग घायल