ड्रग ट्रैफिकिंग के खिलाफ अमेरिका की कार्रवाई जारी है। अब अमेरिका ने इस तरह की 3 नावों पर मिसाइलें दागते हुए उन्हें तबाह कर दिया है।
अमेरिका (United States Of America) के लिए ड्रग ट्रैफिकिंग चिंता का गंभीर विषय बन चुका है। ड्रग ट्रैफिकिंग की चपेट में अमेरिका के कई युवा आ रहे हैं और इसी वजह से अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने उन सभी देशों के प्रति सख्त रवैया अपनाया हुआ है जहाँ से अमेरिका में ड्रग्स की ट्रैफिकिंग की जाती है। अमेरिकी सेना अक्सर ही ड्रग्स से लदी नावों को निशाना भी बनाती है और एक बार फिर ऐसा ही मामला सामने आया है।
अमेरिकी सेना की साउथर्न कमांड ने सोमवार को पूर्वी प्रशांत महासागर के अंतर्राष्ट्रीय जलक्षेत्र में ड्रग्स से लदी 3 नावों पर मिसाइलें दागीं। अमेरिकी युद्ध सचिव (रक्षा सचिव/मंत्री) पीट हेग्सेथ (Pete Hegseth) के आदेश पर सेना ने यह कार्रवाई की, जो ट्रंप की योजना का हिस्सा है। इस मिसाइल अटैक में तीनों नावें पूरी तरह तबाह हो गईं।
अमेरिकी सेना के इस मिसाइल अटैक का वीडियो भी सामने आ गया है। इस वीडियो में स्पष्ट तौर पर दिख रहा है कि पूर्वी प्रशांत महासागर के अंतर्राष्ट्रीय जलक्षेत्र में ड्रग्स की ट्रैफिकिंग कर रही नाव पर मिसाइल लगने से उसके परखच्चे उड़ गए।
अमेरिकी सेना के इस मिसाइल अटैक में 8 नार्को-आतंकियों की मौत हो गई। पहली नाव पर 3, दूसरे पर 2 और तीसरे पर 3 नार्को-आतंकी थे, जो अमेरिकी सेना की कार्रवाई में मारे गए। इस कार्रवाई में अमेरिकी सेना को कोई नुकसान नहीं हुआ।
ड्रग ट्रैफिकिंग के खिलाफ कार्रवाई में अमेरिका ने कैरेबियन सागर क्षेत्र और पूर्वी प्रशांत महासागर में अब तक करीब 25 मिसाइल अटैक किए हैं। इन हमलों में करीब 94 लोग मारे गए हैं। ट्रंप ने इन लोगों को नार्को-आतंकी करार दिया है। ड्रग्स के खिलाफ अमेरिका की इस कार्रवाई में वेनेज़ुएला (Venezuela) जैसे देशों से जुड़े तस्करी नेटवर्क को निशाना बनाया जा रहा है। इस वजह से अमेरिका और वेनेज़ुएला में तनाव और बढ़ गया है।
अमेरिका के इन हमलों का वैश्विक स्तर पर विरोध हो रहा है, लेकिन ट्रंप प्रशासन ने देश में ड्रग्स की तस्करी को रोकने के लिए अपनी कार्रवाई को ज़रूरी बताया है। ट्रंप प्रशासन का उद्देश्य देश में ड्रग्स की तस्करी को पूरी तरह से रोकना है और उन नार्को-आतंकियों को ढेर करना है जो अमेरिकी लोगों को ड्रग्स के दलदल में धकेल रहे हैं।