G-7 Summit 2024: इस G7 शिखर सम्मेलन में भारत की 11वीं बार भागीदारी होगी और G7 शिखर सम्मेलन में PM मोदी (Narendra Modi) की लगातार पांचवीं भागीदारी होगी। शिखर सम्मेलन से इतर, पीएम मोदी के G-7 और आउटरीच देशों के नेताओं के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय संगठनों के साथ द्विपक्षीय बैठकें और चर्चा करने की उम्मीद है।
G-7 Summit 2024: इटली में आज यानी 13 से 15 जून तक G-7 देशों की शिखर सम्मेलन शुरू हो रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इस ग्रुप ऑफ सेवन (G-7) के शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए इटली पहुंच रहे हैं। जो लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री का पद संभालने के बाद उनकी (Narendra Modi) पहली विदेश यात्रा है। ये शिखर सम्मेलन इटली के अपुलीया में आयोजित किया जा रहा है। भारत को इस शिखर सम्मेलन में इटली (Italy) ने एक आउटरीच देश के तौर पर आमंत्रित किया गया है। बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इस दौरान 7 सदस्य देशों, अमेरिका, ब्रिटेन, कनाडा, जर्मनी, इटली, जापान और यूरोपीय संघ के राष्ट्राध्यक्षों से मुलाकात होगी।
इटली के प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी (Giorgia Meloni) ने पीएम मोदी को G7 शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया था। इस G7 शिखर सम्मेलन में भारत की 11वीं बार भागीदारी होगी और G7 शिखर सम्मेलन में PM मोदी की लगातार पांचवीं भागीदारी होगी। शिखर सम्मेलन से इतर, पीएम मोदी (Narendra Modi) के G-7 और आउटरीच देशों के नेताओं के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय संगठनों के साथ द्विपक्षीय बैठकें और चर्चा करने की उम्मीद है।
भारत के विदेश सचिव क्वात्रा ने कहा कि पीएम मोदी के अपनी इटली की समकक्ष जियोर्जिया मेलोनी के साथ द्विपक्षीय बैठक करने की भी उम्मीद है। क्वात्रा ने जानकारी देते हुए बताया कि PM नरेंद्र मोदी G-7 (G-7 Summit 2024) के आउटरीच सेशन में कृत्रिम बुद्धिमत्ता यानी AI, ऊर्जा, अफ्रीका और भूमध्य सागर के अहम मुद्दे उठाएंगे। बता दें कि अब तक भारत ने वॉयस ऑफ द ग्लोबल साउथ समिट के दो सत्र आयोजित किए हैं, जिनका उद्देश्य ग्लोबल साउथ के हितों, प्राथमिकताओं और चिंताओं को वैश्विक मंच पर लाना है। G-7 में भी भारत ग्लोबल साउथ के मुद्दों को उठाएगा। G-7 शिखर सम्मेलन में भारत की भागीदारी वैश्विक चुनौतियों को हल करने की कोशिश है और इसे दुनिया भर में मान्यता मिल रही है।
इसके अलावा भारत वैश्विक चुनौतियों जैसे शांति, सुरक्षा, विकास और पर्यावरण संरक्षण का भी मुद्दा उठाएंगे और इससे निपटने को सभी देशों को एक विस्तृत रोडमैप बनाने का आह्वान करेंगे। इटली में भारतीय राजदूत वाणी राव ने कहा कि PM मोदी भारत के साथ-साथ ग्लोबल साउथ के अहम मुद्दों को G-7 के सामने उठाएंगे। साथ ही इन मामलों में इन वैश्विक नेताओं के एक साथ आने का आह्वान भी करेंगे।