
जोडा फाटक
(अमृतसर):देश के विभाजन के समय सबसे अधिक हिंसा की त्रासदी पंजाब ने ही झेली थी। शुक्रवार शाम अमृतसर के चौडा बाजार में रावण दहन देखते लोगों को ट्रेन द्वारा रौंद दिए जाने से बिखरे शवों और कटे अंगों को देखकर कुछ पुराने लोगों ने कहा कि ऐसे दृश्य तो देश के विभाजन के समय हुई हिंसा के दौरान देखे गए थे।
चौड़ा बाजार के जोडा फाटक पर यह रेल हादसा हुआ। इधर रावण दहन शुरू हुआ और उधर ट्रेन ने रेल लाईन पर खडे रहकर दहन देख रहे लोगों को कुचलकर मौत के घाट उतार दिया या गंभीर घायल कर दिया। समारोह दर्द और कराहों के साथ चीख-पुकार में बदल गया। कुछ स्थानीय प्रत्यक्षदर्शी इस बात की भी शिकायत कर रहे थे कि ट्रेन चालक ने होर्न नहीं बजाया। कुछ अन्य का यह दर्द था कि अधिकारियों और विधायकों को कई बार ध्यान दिलाया गया था कि वे दशहरे के समय ट्रेन की गति धीमी करवाएं लेकिन कोई सुनवाई नहीं की गई।
हादसे में मारे गए लोगों में से 39 की हुई पहचान
वहीं शुक्रवार शाम रेल लाईन पर खडे होकर रावण दहन देख रहे लोगों को डीएमयू ट्रेन के कुचल देने की इस घटना में मारे गए 61 लोगों में से अब तक 39 लोगों की पहचान हो गई है। करीब छह दर्जन घायलों का इलाज सात अस्पतालों में किया जा रहा है। अधिकारियों के अनुसार 29 शवों का पोस्टमार्टम किया जा चुका है।
Published on:
20 Oct 2018 04:24 pm
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