UP News: यूपी के अमरोहा में एसडीएम न्यायालय में बिना आदेश मांग पत्र जारी करने पर डीएम ने सख्त कार्रवाई करते हुए पेशकार का ट्रांसफर कर दिया। इस अचानक बदलाव से तहसील के कर्मचारियों में हलचल मच गई है।
After DM reprimand Peshkar was transferred Amroha UP: अमरोहा की तहसील सदर में उस वक्त हड़कंप मच गया जब जिलाधिकारी निधि गुप्ता वत्स ने एक लापरवाही भरे कदम पर त्वरित और सख्त कार्रवाई कर दी। मामला एसडीएम सदर न्यायालय से जुड़ा है, जहां एक पेशकार ने एसडीएम के आदेश के बिना ही अपने हस्ताक्षर से एक मांग पत्र जारी कर दिया। इस गंभीर अनुशासनहीनता की शिकायत मिलते ही डीएम ने तत्काल कदम उठाते हुए पेशकार को उनके पद से हटा दिया।
मामले की जानकारी मिलते ही जिलाधिकारी निधि गुप्ता वत्स ने जितेंद्र सिंह को एसडीएम न्यायालय के पेशकार के पद से हटाकर उन्हें वासिल बाकी नवीस पटल की जिम्मेदारी सौंप दी। इसके साथ ही तहसीलदार न्यायालय के पेशकार अनिरुद्ध सिंह को एसडीएम न्यायालय का नया पेशकार नियुक्त किया गया।
इस बदलाव के बाद तहसील से लेकर जिला मुख्यालय तक चर्चाओं का दौर तेज हो गया है। सभी अधिकारी व कर्मचारी इस फैसले पर चर्चा कर रहे हैं कि आखिर पेशकार ने इतनी बड़ी चूक कैसे कर दी।
गौरतलब है कि कुछ दिन पहले ही जिलाधिकारी ने जितेंद्र सिंह को स्टांप पटल से हटाकर एसडीएम सदर न्यायालय में पेशकार के रूप में तैनात किया था। वहीं, एसडीएम के पूर्व पेशकार धर्मेंद्र सिंह को अन्य जिम्मेदारियां सौंपी गई थीं। लेकिन जितेंद्र सिंह की लापरवाही ज्यादा दिन तक छुप नहीं सकी।
जानकारी के मुताबिक, एसडीएम सदर शशिभूषण पाठक ने खुद जिलाधिकारी को लिखित शिकायत दी थी कि पेशकार ने उनके आदेश के बिना ही एक मुकदमे की फाइल पर मांग पत्र जारी कर दिया, जो कि गंभीर अनियमितता है। शिकायत को गंभीर मानते हुए डीएम ने त्वरित कार्रवाई की।
एसडीएम न्यायालय के नए पेशकार अनिरुद्ध सिंह होंगे, जबकि तहसीलदार न्यायालय में तैनात पेशकार परमीत सिंडल को अब अतिरिक्त जिम्मेदारी दी गई है। उन्हें तहसीलदार न्यायिक के साथ-साथ तहसीलदार न्यायालय के पेशकार का भी कार्यभार सौंपा गया है।