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कोहरे और ठिठुरन के बीच ‘हर हर गंगे’: पौष अमावस्या पर गंगा स्नान को जुटे सैकड़ों श्रद्धालु, लगाई आस्था की डुबकी

Amroha News: पौष अमावस्या पर यूपी के अमरोहा के ब्रजघाट और गंगा धाम तिगरी में कड़ाके की ठंड के बावजूद सैकड़ों श्रद्धालुओं ने गंगा स्नान कर पूजा-अर्चना की। श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए अमरोहा और हापुड़ पुलिस प्रशासन अलर्ट मोड पर रहा और सुरक्षा व यातायात के पुख्ता इंतजाम किए गए।

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कोहरे और ठिठुरन के बीच ‘हर हर गंगे’: AI Generated Image

Paush amavasya ganga snan amroha: पौष माह की अमावस्या पर अमरोहा जनपद में आस्था का अनूठा दृश्य देखने को मिला, जब कड़ाके की ठंड और घने कोहरे के बावजूद सैकड़ों श्रद्धालु ब्रजघाट और गंगा धाम तिगरी पहुंचे। शुक्रवार तड़के से ही श्रद्धालुओं का सैलाब गंगा घाटों की ओर बढ़ने लगा। ठंड से बचने के लिए ऊनी वस्त्रों में लिपटे श्रद्धालु भोर की पहली किरण के साथ ही गंगा में आस्था की डुबकी लगाते नजर आए। घाटों पर ‘हर हर महादेव’ और ‘हर हर गंगे’ के जयघोष से पूरा वातावरण भक्तिमय हो उठा।

स्नान, पूजा और धार्मिक अनुष्ठान

गंगा स्नान के पश्चात श्रद्धालुओं ने विधि-विधान से पूजा-अर्चना की। कई श्रद्धालुओं ने घाटों पर हवन किया, तिलक लगाया और प्रसाद ग्रहण कर परिवार की सुख-समृद्धि की कामना की। मान्यता के अनुसार पौष अमावस्या पर गंगा स्नान का विशेष पुण्य फल माना जाता है, इसी विश्वास के चलते दूर-दराज के क्षेत्रों से भी श्रद्धालु ब्रजघाट और तिगरी पहुंचे। ठंड के बावजूद श्रद्धालुओं का उत्साह और श्रद्धा कम नहीं दिखी।

सुरक्षा और यातायात व्यवस्था रही चुस्त

श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए प्रशासन पूरी तरह अलर्ट मोड पर रहा। ब्रजघाट और तिगरी क्षेत्र में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया था। गंगा घाटों पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए ताकि किसी भी प्रकार की अव्यवस्था न हो। वहीं नेशनल हाईवे पर जाम की स्थिति से बचने के लिए अमरोहा और हापुड़ पुलिस ने संयुक्त रूप से यातायात व्यवस्था को संभाला और वाहनों की आवाजाही सुचारु बनाए रखी।

श्रद्धालुओं में दिखा अनुशासन

गंगा स्नान के दौरान श्रद्धालुओं में अनुशासन देखने को मिला। प्रशासन की अपील का पालन करते हुए लोगों ने निर्धारित घाटों पर ही स्नान किया और सुरक्षा नियमों का ध्यान रखा। स्थानीय प्रशासन ने भी लगातार निगरानी रखी और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए टीमों को तैनात रखा। कुल मिलाकर पौष अमावस्या का पर्व शांतिपूर्ण और धार्मिक उल्लास के साथ संपन्न हुआ।