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नर्मदा महोत्सव में धार्मिक आयोजन के साथ तीन दिवसीय सामूहिक योगा और पर्यटक ट्रैकिंग भी होगी

अमरकंटक. पवित्र नगरी अमरकंटक में नर्मदा महोत्सव धूमधाम से मनाया जाएगा। तीन दिवसीय आयोजन होगा। इसको लेकर 18 दिसंबर को कलेक्टर हर्षल पंचोली की अध्यक्षता में सर्किट हाउस में बैठक विभिन्न विभागों के अधिकारी सहित मंदिर समिति, स्थानीय जनप्रतिनिधियों, आश्रमों के प्रतिनिधियों, वरिष्ठ ऋषि मुनियों, मंदिर के पुजारियों एवं अन्य वरिष्ठ नागरिको की उपस्थिति में […]

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अमरकंटक. पवित्र नगरी अमरकंटक में नर्मदा महोत्सव धूमधाम से मनाया जाएगा। तीन दिवसीय आयोजन होगा। इसको लेकर 18 दिसंबर को कलेक्टर हर्षल पंचोली की अध्यक्षता में सर्किट हाउस में बैठक विभिन्न विभागों के अधिकारी सहित मंदिर समिति, स्थानीय जनप्रतिनिधियों, आश्रमों के प्रतिनिधियों, वरिष्ठ ऋषि मुनियों, मंदिर के पुजारियों एवं अन्य वरिष्ठ नागरिको की उपस्थिति में बैठक हुई। बैठक आयोजन के संबंध में चर्चा कर तीन दिन के कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार की गई है। कलेक्टर हर्षल पंचोली ने कहा कि मां नर्मदा के उद्गम स्थल अमरकंटक क्षेत्र की धार्मिक, ऐतिहासिक एवं प्राकृतिक विविधताओं एवं विशेषताओं को जन-जन तक पहुंचा कर क्षेत्र को पर्यटन नगरी पचमढ़ी की तर्ज में विकसित किए जाने के उद्देश्य से नर्मदा जयंती 4 फरवरी को अमरकंटक नर्मदा महोत्सव 2025 के रूप में मनाई जाएगी। बैठक में तीन दिवसीय कार्यक्रम में नर्मदा मंदिर की साज-सज्जा, नर्मदा परिसर में ही महाआरती किए जाने, कन्या पूजन, कन्या भोज, हवन, सुरक्षा व्यवस्था, साफ-सफाई व नर्मदा रामघाट तट के दोनों तरफ साज सज्जा लाइटिंग, सांस्कृतिक कार्यक्रम, नर्मदा लोक का भूमिपूजन, क्षेत्रीय कलाकारों की कलाकृति की प्रदर्शिनी, नर्मदा मंदिर से लेकर दीनदयाल चौक तक सजावट सहित अन्य गतिविधियों के संबंध में विस्तृत चर्चा की गई। तैयारियों को लेकर दिशा-निर्देश दिए गए।

आयोजन से पहले निकलेगी शोभायात्रा

बैठक में निर्णय लिया गया कि नर्मदा जयंती के एक दिन पहले मंदिर परिसर से मां नर्मदा की विशाल शोभा यात्रा, 108 कन्या कलश यात्रा, संकीर्तन यात्रा निकाली जाएगी, जो मंदिर परिसर से निकलकर मुख्य मार्गो से होते हुए पं. दीनदयाल चौराहा पहुंचेगी तथा वहां से वापस मंदिर परिसर पहुंचेगी। इसके बाद मंदिर परिसर में 24 घंटे का संकीर्तन चलेगा। इसके साथ ही महोत्सव के उद्घाटन के बाद तीन दिवसीय सामूहिक योग और ट्रैकिंग भी होगी। इसी के साथ आसपास के जिलों और क्षेत्रों के भजन मंडल द्वारा अपनी भजन प्रस्तुति के लिए आमंत्रित कर उन्हें पुरस्कृत किया जायेगा।

लोकनृत्य का होगा आयोजन

स्थानीय कला गोंड जनजातीय करमा, शैला, राही नृत्य, बैगा जनजातीय परधोनी एवं करमा नृत्य का आयोजन किया जाएगा। बैठक में नर्मदा परिक्रमा के महत्व पर संगोष्ठी आयोजित करने का भी निर्णय लिया गया। इसमें साधु-संत और समाजसेवी परिक्रमा के अनुभव और धार्मिक महत्व पर चर्चा करेंगे। साथ ही, परिक्रमा वासियों के लिए भोजन प्रसाद और सेवाभाव की व्यवस्था को लेकर भी सहमति दी गई।