
Amarkantak grip in fog temperature reached 0 degrees
अनूपपुर/ अमरकंटक। जम्मू-कश्मीर और हिमाचल में लगाकर हुई बर्फबारी तथा सर्द के बनते माहौल में अब अमरकंटक का मैकाल पर्वतीय क्षेत्र भी ठंड की चपेट में आ गया है। गुरूवार-शुक्रवार 21 दिसम्बर सीजन की पहली रात पवित्र नगरी अमरकंटक का तापमान अचानक 0 डिग्री तापमान पर जा पहुंचा, जहां अमरकंटक के अनेक स्थानों पर अहले सुबह बर्फ की हल्की चादर बिछी दिखाई दी। बर्फ की पतली परत सुबह 9 बजे सूर्य की पडऩे वाली धूप की गर्मी में धीरे-धीरे पिघली। लेकिन इस दौरान अमरकंटक नगरी का जनजीवन कंपकंपाती ठंड से प्रभावित रहा। सम्भावना जताई जा रही है कि अमरकंटक की वादियों में आगामी एक सप्ताह तक कंपकपाती ठंड का असर बना रहेगा और कुछ रातें और भी बर्फ जम सकती है। वहीं शुक्रवार 21 दिसम्बर को अमरकंटक का तापमान 19 डिग्री सेल्सियस तथा न्यूनतम 3 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया है। फिलहाल अमरकंटक में ठिठुरती जनजीवन में अमरकंटक की वादियों का लुफ्त उठाने सैलानियों का कारंवा अमरकंटक की रूख करने लगा है। अमरकंटक जानकारों के अनुसार गुरूवार की सुबह से ही मौसम में सर्द हवाओं का दबाव अधिक बढ़ गया था, जो शाम को यह अहसास कराने लगी थी कि सम्भवत: रात का तापमान सबसे न्यून स्तर पर जाते हुए बर्फ की परत में तब्दील होगी। वहीं सुबह जगने पर नगरवासियों ने अमरकंटक के नर्मदा तट किनारें सहित आसपास के मैदानी हिस्सों में घासों पर बर्फ की पतली परत छाई पाई। वहीं घरों के बाहर लगी वाहनों के कांच पर ओस की बूंदे जहां तक बर्फ के रूप में जमी थी। हालांकि वातावरण में सर्द हवाओं के अधिक व्याप्त होने के कारण बर्फ की परत अधिक देर तक जमी रही। लेकिन जैसे जैसे सूर्योदय के साथ तापमान में बढोत्तरी हुई बर्फ की परत पिघल गई।
विदित हो कि अमरकंटक में प्रतिवर्ष अंतिम दिसम्बर या जनवरी माह की शुरूआती सप्ताह में तापमान न्यून स्तर पर पहुंंचता है। इससे पूर्व वर्ष 2017-18 में जनवरी माह के दौरान तापमान ने गोंते लगाते हुए 0 डिग्री तक पहुंचा था, जबकि वर्ष 2016 में दिसम्बर के अंत सप्ताह में तापमान शून्य को छुआ। लेकिन इस वर्ष पश्चिमी विक्षोप में जम्मू कश्मीर तथा उत्तराखंड में लगातार हुई बर्फवारी के प्रभाव में ठंड का प्रकोप अधिक बढ़ गया है। जिसके कारण यह स्थिति पहली बार दिसम्बर के तीसरे सप्ताह में बन आई है। वहीं अमरकंटक के जानकारों का मनाना है कि जिस तरह से तापमान में अचानक गिरावट आई है और बर्फ की परत जमीं है, आगामी दिनों ऐसी स्थिति बने रहने के आसार हैं। नगरपालिका के अनुसार अमरकंटक की ठंड वादियां सालोंभर सैलानियों और पर्यटकों को अपनी ओर लुभाती है। बर्फ जमने के बाद सैलानियों की तादाद अधिक बढ़ेगी, क्योंकि 25 दिसम्बर से 14 जनवरी तक श्रद्धालुओं व सैलानियों के आगमन का मुख्य कारण 25 दिसम्बर को बड़ा दिन के रूप में मनाने के साथ 1 जनवरी को साल का जश्न तथा 14 जनवरी को मकरसंक्रात का पवित्र स्नान है।
जिला मुख्यालय में भी तापमान
एक ओर जहां अमरकंटक में बर्फ की चादर जमी है, वहीं जिला मुख्यालय अनूपपुर में भी तापमान का स्तर नीचे लुढका है। जिसमें गुरूवार-शुक्रवार की रात पारा गिरकर न्यूनतम 4 डिग्री सेल्सियस पहुंचा, जो सुबह तक 6 डिग्री तक ही समिटा रहा। लेकिन जैसे जैसे धूप तीखी होती गई तापमान ने बढोत्तरी होती चली गई।
Published on:
22 Dec 2018 11:18 am
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