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साइबर फॉड: 340 शिकायतें जिले में अब तक मिली, 2.16 करोड़ से अधिक की हुई धोखाधड़ी

अनूपपुर. जिले में साइबर फ्रॉड के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। आदिवासी बाहुल्य जिले में भोले-भाले ग्रामीणों को अपने जाल में फंसाकर अब तक 2 करोड़ रुपए से अधिक की ठगी की जा चुकी है। जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रों में इस वर्ष अब तक 340 शिकायतें साइबर फ्रॉड से संबंधित मिली हैं। इनमें लोगों […]

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अनूपपुर. जिले में साइबर फ्रॉड के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। आदिवासी बाहुल्य जिले में भोले-भाले ग्रामीणों को अपने जाल में फंसाकर अब तक 2 करोड़ रुपए से अधिक की ठगी की जा चुकी है। जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रों में इस वर्ष अब तक 340 शिकायतें साइबर फ्रॉड से संबंधित मिली हैं। इनमें लोगों के साथ अलग-अलग तरीकों से 2 करोड़ 16 लाख 59 हजार 425 रुपए का फ्रॉड हुआ है। प्राप्त शिकायतों मेें प्रमुख रूप से विभिन्न माध्यम से योजना एवं अन्य भ्रामक जानकारी देकर मोबाइल हैक करने वाले ऐप डाउनलोड कराते हुए खाते में जमा राशि आहरित कर ली। शासकीय अधिकारी कर्मचारी एवं कॉल सेंटर के संचालक बनकर भी लोगों के साथ ठगी की गई। संबल योजना, लाडली बहना योजना, लाड़ली लक्ष्मी योजना एवं प्रसूति सहायता योजना का लाभ दिलाने का झांसा देते हुए रजिस्ट्रेशन के लिए मोबाइल में ओटीपी भेजने की बात कह कर खाते में जमा रुपए निकाल लिए। मोबाइल फोन जहां वर्तमान समय में जरूरी है वहीं साइबर फ्रॉड इसे अपना हथियार बनाकर लोगों को गुमराह करते हुए उनके गाढ़ी कमाई पल भर में पार कर रहे हैं।

टीनएजर्स लड़कियों को किया जा रहा टारगेट

साइबर फ्रॉड ने इन दिनों एक नया तरीका निकाल लिया है। स्कूल और कॉलेज गल्र्स को टारगेट करते हुए उन्हें कॉल करते हैं और उनकी एआई के जरिए बनाई गई अश्लील फोटो उन्हें भेज कर उस फोटो को वायरल करने की धमकी देते हैं। अपनी इज्जत बचाने के लिए और ऐसी बात घरवालों से भी लड़कियां संकोच के कारण नहीं बता पाती हैं और साइबर फ्रॉड की डिमांड के अनुसार पैसे भेजती रहती हैं। इस तरह के मामले पुलिस तक भी नहीं पहुंच पाते हैं क्योंकि लड़कियों को यह डर होता है कि कहीं उनके परिजन एआई तकनीक के जरिए बनाई गई फोटो को सच न मान लें। तत्काल जानकारी मिलने पर पुलिस ने वापस कराई राशि साइबर फ्रॉड के मामले में सबसे जरूरी बात यह है कि यदि ठगी के तुरंत बाद ही इसकी शिकायत पुलिस या फिर साइबर फ्रॉड हेल्पलाइन नंबर पर दे दी जाए तो इसमें पीडि़त व्यक्ति को सहायता मिल सकती है। यदि इसमें जरा भी देरी हुई तो फ्रॉड की हुई राशि को साइबर ठग कई खातों में डिवाइड कर देते हैं। सैकड़ों खातों में यह राशि बंट जाती है जिसे वापस कराना काफी मुश्किल हो जाता है। त्वरित रूप से इसकी जानकारी पुलिस को दिए जाने पर अनूपपुर पुलिस ने अभी तक 40 लाख 12 हजार 929 रुपए की ठगी की राशि पर होल्ड लगाने के साथ ही वापस दिलाई जा रही है। संबल योजना का लाभ दिलाने के नाम पर ठगी फुनगा पुलिस चौकी अंतर्गत बम्हनी निवासी महिला के साथ संबल योजना का लाभ दिलाने की बात कह कर अनजान नंबर से आए हुए कॉल के माध्यम से ठगी किए जाने की शिकायत पुलिस अधीक्षक कार्यालय में की गई है। शिकायतकर्ता अमन कुमार पटेल ने बताया कि उसकी पत्नी के मोबाइल में अनजान नंबर से कॉल आया जिसने कहा कि संबल योजना का 16 हजार आपको प्राप्त हुआ है कि नहीं। पत्नी ने कहा कि नहीं मिला है। इसके बाद युवक ने मोबाइल अपडेट करने के लिए कहा और तीन बार में खाते में जमा 4598 रुपए निकाल लिए। डिजिटल अरेस्ट करते हुए ठगी का प्रयास बिजुरी निवासी युवक दूसरे देश में पढ़ाई करने के लिए गया हुआ है। युवक के मां के मोबाइल में साइबर फ्रॉड ने फोन करते हुए कहा कि वह पुलिस थाने से बात कर रहा है और उनका लड़का रेप के मामले में फंस गया है। एआई का उपयोग करते हुए बेटे की आवाज में किसी व्यक्ति से बात भी कराई गई। मां को पूरा यकीन हुआ कि बेटा मुसीबत में है और उनकी मांग के अनुसार तत्काल 25 हजार रुपए बताए गए खाते में भेज दिए। गनीमत रही की ट्रांजेक्शन फेल हो गया और पति जब घर लौटे तो महिला ने यह बात उन्हें बताइ। बेटे से बात हुई तो उसने बताया कि वह सकुशल है।