19 दिसंबर 2025,

शुक्रवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

रात में उत्पात मचाते हैं हाथी, खेतों में लगी फसलों को पहुंचा रहे नुकसान

चार हाथियों का समूह 5 दिनों से अनूपपुर जिले के जैतहरी इलाके में विचरण कररहा है

2 min read
Google source verification

चार हाथियों का समूह विगत 5 दिनों से अनूपपुर जिले के जैतहरी इलाके में विचरण करते हुए ग्रामीणों की खेत एवं बाडिय़ों में लगे विभिन्न तरह के अनाजों को अपना आहार बना रहा है। चारों हाथी गुरुवार की सुबह मुख्य मार्ग एवं रेलवे लाइन पार करते हुए एक बार फिर से गोबरी के जंगल में पहुंच गए हैं। 25 मई की देर रात चार हाथियों का समूह छत्तीसगढ़ राज्य के मरवाही क्षेत्र से अनूपपुर जिले के जैतहरी इलाके में पहुंचा था। विगत 5 दिनों से क्षेत्र विचरण कर रहे हैं। हाथी दिन में जंगलों में विश्राम करने बाद रात होते ही ग्रामीण अंचलों में पहुंचकर ग्रामीणों के खेत एवं बाडिय़ों में लगे विभिन्न तरह के अनाजों को अपना आहार बना रहे हैं। हाथियों के निरंतर विचरण से ग्रामीण जन परेशान हैं। वहीं वन विभाग की अधिकारी, कर्मचारी गस्ती दल के माध्यम से हाथियों के विचरण पर निगरानी रखते हुए हाथियों एवं आम जनता की सुरक्षा कर रहे हैं।

इन ग्रामीणों की फसलों को पहुंचाया नुकसान

मंगलवार एवं बुधवार की मध्य रात्रि चारों हाथी वन परिक्षेत्र जैतहरी के धनगवां बीट अंतर्गत ग्राम पंचायत के क्योटार के कुसुमहाई जंगल में ठहरने बाद देर रात जंगल से निकलकर कुशुमहाई, चोई, पड़रिया में विचरण करते हुए बुधवार की सुबह फिर से धनगवां के जंगल में ठहरे रहे इस दौरान हाथियों ने भोजराज राठौर की बाउंड्री वॉल के साथ 6 ग्रामीण जिसमें बाबूराम राठौर, सुरतिया, धनीराम राठौर, भूखण राठौर, ललन, गोकुल राठौर के खेत एवं बाडिय़ों में लगे विभिन्न तरह के अनाजों को अपना आहार बनाया।

ग्रामीणों ने पटाखे फोड़कर भगाया

हाथी धनगवां के जंगल में दिनभर विश्राम करने बाद देर रात कुशुमहाई, चोई, धनगवां से अनूपपुर-वेंकटनगर मुख्य मार्ग को पार कर कल्याणपुर पहुंचकर रेलवे लाइन को पार करते हुए बलबहरा, शिवनी के तिपान नदी पर स्थित गाजर घाट के जंगल से झाईताल गांव के किनारे से गुरुवार की सुबह होते ही जैतहरी-राजेंद्रग्राम मुख्य मार्ग को गोबरी गांव में स्थित डियो राड के पास से पार करते हुए गोबरी बीट एवं ग्राम पंचायत के झरहीतलैया नामक जंगल में पहुंचकर विश्राम कर रहे हैं हाथियों द्वारा पूरी रात कई गांव में ग्रामीणों के खेतों में लगी फसलों को अपना आहार बनाया ग्रामीण जन हाथियों को अपने इलाके से बाहर करने हो-हल्ला, पटाखा एवं अन्य माध्यमों का उपयोग किया इस बीच वनविभाग का गस्ती दल हाथियों के विचरण के साथ हाथियों एवं आम जनों की सुरक्षा में लग रहा है।