अनूपपुर। अग्रणी तुलसी महाविद्यालय अधीनस्थ संचालित शासकीय महाविद्यालय बिजुरी तथा राजनगर के सैकड़ों छात्र छात्राओं को प्रतिवर्ष आयोजित होने वाले सेमेस्टर परीक्षाओं के लिए कोतमा महाविद्यालय जाना पड़ता है। बिजुरी में पिछले ८ वर्षों से शासकीय महाविद्यालय संचालित है, इसके बावजूद अब तक यहां परीक्षा केंद्र नहीं बनाए जा सके हैं। जिसके कारण यहां अध्ययनरत छात्र-छात्राओं को शासकीय महाविद्यालय कोतमा परीक्षा देने के लिए जाना पड़ता ह।ै ऐसे ही हालात राजनगर शासकीय महाविद्यालय का भी है जहां के छात्र-छात्राओं को भी कोतमा महाविद्यालय परीक्षा देने के लिए जाना पड़ रहा है। बताया जाता है कि शासकीय महाविद्यालय बिजुरी तथा राजनगर में हजारों की संख्या में छात्र-छात्राएं अध्ययनरत हैं। बिजुरी से कोतमा की दूरी 21 किलोमीटर तथा राजनगर से लगभग 30 किलोमीटर है। परीक्षाओं के समय छात्र तो किसी तरह परीक्षा देने पहुंच जाते हैं लेकिन छात्राओं को काफी परेशानी उठानी पड़ती है। यह स्थिति एकाध दिनों के लिए नहीं बनती, बल्कि सेमेटर अनुसार लम्बे दिनों से संचालित परीक्षाएं तक परेशानी उठानी पड़ती है। [typography_font:18pt]बॉक्स: ज्ञापन और शिकायतों के बाद भी नहीं बन पाया परीक्षा केंद्र[typography_font:18pt]राजनगर तथा बिजुरी शासकीय महाविद्यालय में परीक्षा केंद्र बनाने लंबे समय से यहां अध्ययनरत छात्र-छात्राओं द्वारा दर्जनों ज्ञापन तथा शिकायतें विभागीय अधिकारियों को दे चुके हैं। इसके बावजूद अब तक इसका कोई समाधान नहीं निकल पाया है। जबकि शासकीय महाविद्यालय बिजुरी के नवनिर्मित भवन का लोकार्पण करने के लिए कुछ माह पूर्व अनूपपुर पहुंचे उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव ने स्थानीय छात्र-छात्राओं की मांग पर उनके द्वारा आगामी दिनों महाविद्यालयों में हीं परीक्षा केंद्र प्रारंभ करने का आश्वासन दिया गया था, जो कि अब तक लागू नहीं हो सका है। [typography_font:18pt;" >--------------------------------------------------------