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1250 रुपए है नर्सरी की किताबों के दाम, 2800 से अधिक में मिल रही हैं छठवीं कक्षा की किताबें

निजी विद्यालयों की महंगी किताब से परेशान हो रहे हैं अभिभावक, शैक्षणिक सत्र शुरू होते ही निजी विद्यालयों व दुकानों के बीच प्रारंभ हुआ कमीशन का खेल

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Rein imposed on fees of private schools in MP

Rein imposed on fees of private schools in MP

जिले में नया शैक्षणिक सत्र 1 अप्रेल से प्रारंभ होना है। निजी स्कूलों में चलने वाली पुस्तकों के दाम से अभिभावक परेशान हैं। निजी विद्यालयों और किताब दुकानों के बीच सांठगांठ से जिलेभर में किताब दुकानों में निजी विद्यालयों की डिमांड के अनुसार किताबें मंगा ली गई हैं और उनका विक्रय भी किया जा रहा है। मुनाफा न मिलने के कारण मध्य प्रदेश पाठ्य पुस्तक निगम एवं एनसीईआरटी की किताबें निजी विद्यालय नहीं चलाते हैं। दूसरी ओर निजी प्रकाशकों की पुस्तक विद्यालयों में संचालित किए जाने के कारण अभिभावकों की जेब ढीली हो रही है। जिले में पुस्तक मेले का संचालन न होने से और भी ज्यादा मनमानी निजी विद्यालय और बुक स्टोर संचालक कर रहे हैं। कमीशन पर आधारित किताबों का विक्रय किया जाता है जिसमें विद्यालय के साथ ही किताब दुकानों को भी अच्छा खासा फायदा हो रहा है। अप्रेल में शैक्षणिक सत्र प्रारंभ होने वाला है जिसके लिए अभी से अभिभावक किताबों के साथ ही अन्य जरूरी सामान की खरीदारी कर रहे हैं। स्थानीय लोगों ने बड़े शहरों की तर्ज पर जिले में भी पुस्तक मेला आयोजित करने की मांग की है। निजी विद्यालय जिन पब्लिशर्स की किताब चला रहे हैं उनमें ज्यादातर निजी पब्लिशर्स की है। एनसीईआरटी और मप्र पाठ्यपुस्तक निगम की किताब को संचालित करने में विद्यालय रुचि नहीं लेते हैं। अभिभावक राजेश कुमार का कहना है कि विद्यालय और किताब दुकान संचालक के बीच किताब की खरीदी पर 40 से 50 प्रतिशत तक का कमीशन निश्चित रहता है।

पाठ्य पुस्तक निगम और एनसीइआरटी की बुक से परहेज

निजी विद्यालय अपने विद्यालयों में एनसीईआरटी और पाठ्य पुस्तक निगम की पुस्तक चलाने में परहेज कर रहे हैं। उनकी इस मनमानी पर जिले का शिक्षा विभाग और सर्व शिक्षा अभियान कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है। दोनों ही विभागों का कहना है कि जब शिकायत प्राप्त होगी तब इस संबंध में कार्रवाई की जाएगी। विद्यालयों में जारी मनमानी विभाग को नजर नहीं आ रही है। अभिभावक परेशान हो रहे हैं।

ये है किताबों के सेट की रेट लिस्ट

नर्सरी 1250, एलकेजी 960, यूकेजी 1045, क्लास 1- 1470, क्लास 2- 1550, क्लास 3- 1750, क्लास 4- 1625, क्लास 5- 1925, क्लास 6- 2805, क्लास 7- 2370, क्लास 8 -1350

सभी बीआरसी को निर्देशित कर दिया गया है कि इस संबंध में जहां भी मनमानी की शिकायत प्राप्त हो उन पर कार्रवाई करें। एनसीईआरटी और पाठ्य पुस्तक निगम के अलावा निजी पब्लिशर्स की किताब चलाने की शिकायत मिलने पर कार्रवाई करेंगे। -टीआर आर्मो, जिला शिक्षा अधिकारी, अनूपपुर