24 दिसंबर 2025,

बुधवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

दारसागर की सड़क हुई जर्जर

बढ़ी यात्रियों की परेशानी

2 min read
Google source verification
The road to Darasagar was shabby

भालूमाड़ा. भालूमाड़ा से दारसागर तक पहुंच मार्ग की हालत जर्जर होने से लोगों को रोजाना परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। सड़क की हालत बिल्कुल जर्जर हो चुकी है। सडक में लगाई गई डामर और कंक्रीट उधेड़ गई है। यहां तक सड़क में जगह जगह बड़े-बड़े गड्ढे बन गए हैं। जिसमें वाहन तो क्या पैदल चलना भी दुश्कर साबित हो रहा है। रात के दौरान सड़क खराब होने के कारण वाहन चालकों को गड्ढों का सही अनुमान भी नहीं मिल पाता। जिसके कारण अक्सर इस मार्ग पर छोटी-बड़ी सड़क दुर्घटनाएं सामने आती रहती है।
बताया जाता है कि इस सड़क के निर्माण हुए २५ वर्ष से अधिक समय बीत गए हैं। जिसमें अबतक इसका दुबारा मेेंटनेंश वर्क नहीं कराया गया है। वहीं प्रशासकीय प्रस्तावों में शामिल इस मार्ग के निर्माण पर अबतक मुहर नहीं लग सकी है। ग्रामीणों का कहना है कि २५-३० गांवों से जुड़ी इस मार्ग से दिनभर हजारों लोगों की आवाजाही बनी रहती है। वहीं बारिश के दौरान यह सड़क छोटे-छोटे तालाब जैसी शक्ल में नजर आता है।
------------------
पानी के लिए मोहताज श्रमिकों का परिवार
कोतमा. क्षेत्र में गर्मी बढने के साथ ही पानी की समस्या भी बढ़ चली है। कही तालाब सूख रहे है तो कही हैंडपंपों से पानी निकलना बंद कर दिया है। ऐसे ही हालाता कोतमा क्षेत्र के सी सेक्टर कॉलोनी की बनी है जहां पानी की विकट समस्या के कारण श्रमिक परिवार सहित अन्य लोगों को पर्याप्त पानी नहीं मिल पा रहा है। बताया जाता है कि इस कॉलोनी में 400 श्रमिकों का परिवार रहता है। जिसमें 1500 से ज्यादा लोग निवास करते है। पहले पानी डोला में लगे फिल्टर प्लांट आपूर्ति कराया जाता था। लेकिन इस बार पानी कम होने के कारण कॉलरी प्रबंधन भी हाथ खडे कर दिए हंै। जिससे जनता में भारी नाराजगी देखी जा रही है। वहीं पानी मुहैया नहीं हो पाने से लोगों को पीने के पानी सहित दैनिक आवश्कताओं की पूर्ति के लिए परेशानियों से जूझना पड़ रहा है। कॉलोनी वासियो द्वारा पानी नहीं मिलने के बाद सिविल विभाग के अधिकारियों से शिकायत पर वैकल्पिक व्यवस्था बनाने की अपील की है। हालांकि कॉलरी का कहना है कि दूसरी कॉलोनी से व्यवस्था बनाया गया है लेकिन कम मात्रा में पानी दिया जा रहा है।