
रेलवे ने 11 सूखे पेड़ काटने की दी थी स्वीकृति, बरगद-इमली के हरे पेड़ भी काटे
अशोकनगर. स्टेशन भवन को आकर्षक लुक देने निर्माण चल रहा है। रेलवे ने स्टेशन परिसर में स्थित यूकेलिप्टस के 11 सूखे पेड़ काटने की अनुमति दी थी। लेकिन स्टेशन के हरे-भरे पेड़ों को भी काट दिया गया।
साथ ही सैंकड़ों वर्ष पुराने बरगद-इमली के पेड़ों को भी काट दिया गया। इस पर पर्यावरण प्रेमियों ने नाराजगी जताई और आरपीएफ थाने पहुंचकर रेलवे संपत्ति को क्षति पहुंचाने वालों पर कार्रवाई की मांग की।
पर्यावरण प्रेमियों ने नाराजगी जताई और वह आरपीएफ थाना पहुंचे, जहां पर लोगों ने शिकायत दर्ज कराई कि निरीक्षण के समय रेलवे के अधिकारियों ने विशेष रूप से इन हरे-भरे पेड़ों को संरक्षित रखने के निर्देश दिए थे और स्टेशन परिसर के सिर्फ यूकेलिप्टस के 11 सूखे हुए पेड़ों को काटने की ही स्वीकृति दी गई थी।
इसके बाद भी निर्माण एजेंसी ने जानबूझकर रेलवे की हरियाली संपत्ति को क्षति पहुंचाई। पर्यावरण प्रेमियों ने रेलवे की इस हरियाली संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वालों पर कार्रवाई की मांग की है।
पेड़ ने निकले हजारों तोते, आशियाना उजडऩे से भटकते रहे-
सैंकड़ों वर्ष पुराने बरगद के इस पेड़ में हजारों की संख्या में तोतों ने अपना आशियाना बना लिया था, लेकिन जैसे ही यह पेड़ कटा तो हजारों तोतों का आशियाना उजड़ गया और वह दिनभर यहां से वहां भटकते रहे।
हरे पेड़ कटे तो आनन-फानन में मंगाई स्वीकृति-
स्टेशन पर निर्माण कार्य करा रहे इंजीनियर शैलेंद्र लोधी से जब शहरवासियों ने इस संबंध में चर्चा की, तो पहले तो इंजीनियर ने किसी भी तरह का जबाव देने से मना कर दिया। बाद में लोगों की नाराजगी देखते हुए इंजीनियर शैलेंद्र लोधी ने कहा कि गलती से हरा पेड़ कट गया था, लेकिन अब रेलवे से उसकी स्वीकृति आ चुकी है।
पत्रिका की कटिंग डीआरएम को ट्वीट-
रेलवे के मॉडल स्टेशन पर घटिया निर्माण की पत्रिका में प्रकाशित खबर को शहरवासियों ने रेलवे के डीआरएम को ट्वीट किया है। ट्वीट में पत्रिका की खबर की प्रति को दिखाते हुए शहर के रितेश जैन ने मांग की है कि स्टेशन पर घटिया निर्माण पर ध्यान दिया जाए।
वन अमले ने की कटे पेड़ों की जांच
रेलवे स्टेशन पर हरे पेड़ काटने से मचे हंगामे के बाद वन विभाग की टीम भी रेलवे स्टेशन पर पहुंची। जहां अमले में कटे हुए पेड़ों की जांच की और उनकी लंबाई व चौड़ाई का भी माप लिया। जगह-जगह कटे पड़े तनों व शाखाओं की गिनती भी वन अमले द्वारा की गई। वन विभाग अब परमीशन के बारे में जानकारी लेगा। इस दौरान रेंजर भी मौजूद रहे।
Published on:
18 Nov 2019 11:55 pm
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