
पुलिस की ऐसी हरकत पर परिजनों ने लगाए आरोप, जानें
अशोकनगर@अरविंद जैन की रिपोर्ट...
जहर खाने से जिला अस्पताल में इलाज के दौरान एक युवक की मौत हो गई। परिजनों ने गुना पुलिस पर युवक को सुबह घर से सोते समय जबरन उठाकर ले जाने और दो घंटे बाद गांव के बाहर फैंक जाने का आरोप लगाया हैं। इलाज के दौरान मौत हो जाने के बाद परिजनों ने पीएम से इंकार कर दिया और अस्पताल में ही बैठ गए। बाद में एसडीओपी और कोतवाली पुलिस ने अस्पताल पहुंचकर मृतक का पीएम करवाया और परिजनों को जांच का आश्वासन दिया।
मामला जिले के नईसराय थाना क्षेत्र के रैंझा गांव का है। 32 वर्षीय सोनू पुत्र काशीराम सेन की जहर खाने से मौत हो गई। मृतक की पत्नी जनताबाई का आरोप है कि सोमवार सुबह वह घर में झाडू लगा रही थी और उसका पति सोनू घर पर सो रहा था। करीब छह बजे किसी ने गेट खटखटाया, नहीं खोला तो पिछले रास्ते से गांव के चौकीदार अमरसिंह के साथ गुना पुलिस आई और सो रहे सोनू को जबरन घर से उठा ले गई और दो घंटे बाद पुलिस उसे गांव से बाहर फैंक गई।
जानकारी मिलने पर परिजन पहुंचे तो उसके मुंह से झाग निकल रहा था। इस पर उसे परिजन शाढ़ौरा अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां से डॉक्टरों ने उसे जिला अस्पताल रैफर कर दिया। दोपहर 12 बजे इलाज के दौरान सोनू की मौत हो गई। मृतक की पत्नी जनताबाई और मां शीलाबाई का रो-रोकर बुरा हाल है, उन्होंने गुना पुलिस पर प्रकरण दर्ज करने की मांग की है और प्रकरण दर्ज न होने तक पीएम न कराने की बात पर अड़ गए। बाद में एसडीओपी हेमंत तिवारी और कोतवाली प्रभारी अनिल भदौरिया शाम को साढ़े चार बजे जिला अस्पताल पहुंचे और परिजनों को जांच का आश्वासन दिया। इसके बाद परिजन पीएम के लिए तैयार हुए।
गुना पुलिस ने कहा मोबाइल चोरी में था वांटेड-
गुना पुलिस मृतक सोनू को मोबाइल चोरी के आरोप में वांटेड बता रही है। गुना सिटी कोतवाली प्रभारी के मुताबिक 19-20 जून को गुना की ओझा धर्मशाला में सेन समाज का शादी का कार्यक्रम था। जहां एक व्यक्ति को मोबाइल चोरी हो गया और सीसीटीवी फुटेज में सोनू सेन मोबाइल चोरी करते भी दिखा। जिसकी लड़की की शादी थी, उसे फुटेज दिखाकर पहचान कराई तो उसने रैंझा निवासी सोनू सेन बताया। सोमवार को फरियादी और एक एसआई गांव गए थे, जहां सोनू के घर दबिश दी और उसने मोबाइल चोरी कबूल कर ली। साथ ही गांव के ही गोपाल नाम के व्यक्ति को मोबाइल बेचना बताया। गुना कोतवाली प्रभारी का कहना है कि पुलिस सिर्फ मोबाइल बरामद करके लौट आई थी, सोनू को लेकर नहीं आई।
गांव के बाहर फैंकने पर पुलिस पर सवाल-
परिजन पुलिस अभिरक्षा में जहर का आरोप लगा रहे हैं। वहीं गुना पुलिस भी सोनू को घर से उठाने की बात मान रही है, लेकिन उसे गिरफ्तार कर लाने की वजाय गांव में ही छोड़कर आने की बात कह रही है। इससे पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठने लगे हैं कि जब पुलिस गिरफ्तार करने गई थी तो उसे वापस परिजनों को क्यों नहीं सौंपा। यदि पुलिस अभिरक्षा में सोनू ने जहर खा लिया तो फिर उसे अस्पताल ले जाने की वजाय गांव के बाहर क्यों फैंककर चली गई। हकीकत कुछ भी हो, लेकिन इस घटना से कई सवाल उठ रहे हैं।
परिजन मृतक युवक को गुना पुलिस पर जबरन उठाकर ले जाने और बाद में गांव के बाहर फैंक जाने का आरोप लगा रहे हैं। वह मोबाइल चोरी के मामले में वांटेड था। मर्ग कायम कर मामले की जांच करवाई जाएगी और कलेक्टर से आदेश के बाद मामले की मजिस्ट्रेटियल जांच करवाई जाएगी।
आरडी प्रजापति, एडिशनल एसपी अशोकनगर
मोबाइल चोरी के मामले में सोनू वांटेड था, सुबह फरियादी को लेकर एक एसआई गांव गया था। जहां सोनू ने चोरी स्वीकारी और मोबाइल भी गांव के व्यक्ति को बेचना बताया। मोबाइल बरामद हो गया। उसके घर की महिलाएं चिल्लाचौहट कर रहीं थी, इसलिए सोनू को पुलिस वहीं छोड़ आई थी।
विवेक अष्ठाना, सिटी कोतवाली प्रभारी गुना
Published on:
26 Jun 2018 11:28 am
बड़ी खबरें
View Allअशोकनगर
मध्य प्रदेश न्यूज़
ट्रेंडिंग
