उन्होंने ट्रामा सेंटर के लोकार्पण पर ओछी मानसिकता का परिचय दिया है। भाजपा विधायक द्वारा किए गए लोकार्पण के बाद शिला पट्टिका को गंगाजल से धुलवाकर फिर से लोकार्पण किया गया, यह सब इसलिए किया कि विधायक गोपीलाल जाटव दलित हैं। उन्होंने एक भाजपा के दलित विधायक के साथ संविधान का अपमान किया है। उन्होंने कहा कि इस दौर में अशोकनगर पर नजर डालें तो सिंधिया को छोड़कर सारे प्रतिनिधि भाजपा के हैं। दिल्ली में मप्र में सरकार भाजपा की है, विधायक, नपाध्यक्ष, जिला पंचायत अध्यक्ष, जनपद अध्यक्ष, मंडी अध्यक्ष सभी भाजपा के हैं। तकदीर का चक्र ऐसा चला कि आज पूरे देश में प्रदेश में भाजपा के नुमाइंदे सबसे ज्यादा चुनकर आए हैं। आप सांसद के नाते कोई कार्यक्रम में जाते हैं तो जिनकी सरकारें हैं उनको छोड़कर भूमि पूजन व लोकार्पण लोकतंत्र तरीके से नहीं कर सकते। वक्त ने ऐसा खेल खेला है आपको कोई काम कराने के काबिल नहीं छोड़ा। जैसे पानी के लिए मछली तड़पती है, वैसे ही लोकार्पण भूमिपूजन के लिए आप तडफ़ते हैं। जितने लोकर्पण व भूमिपूजन के काम हुए वे सब मप्र सरकार के हैं और यहां भाजपा का नुमाइंदा गोपीलाल जाटव है।