
कक्षा में बैठकर शिक्षक का इंतजार करते हुए बीए प्रथम वर्ष के विद्यार्थी।
अशोकनगर। पीजी कालेज में सुबह के समय शिक्षक समय पर नहीं पहुंच रहे हैं। बच्चे आकर उनका इंतजार करते रहत हैं और पहला पीरियड खाली ही निकल जाता है। यही हाल रेमेडियल कक्षाओं का भी है। जिससे बच्चों को परेशानी उठानी पड़ रही है।
शिक्षक नहीं पहुंचे
शनिवार को सुबह करीब 9.00 बजे पत्रिका टीम शासकीय नेहरू पीजी कॉलेज पहुंची। जहां बीए प्रथम वर्ष के कुछ विद्यार्थी कक्षा में बैठे नजर आए तो कुछ गैलरी में खड़े होकर बतियाते मिले। इक्का-दुक्का बच्चे कॉलेज में घूमते हुए नजर आए। विद्यार्थियों से बात करने पर उन्होंने बताया कि सुबह 9.00 बजे से उनकी कक्षाएं शुरू होती हैं और पहला पीरियड इतिहास विषय का लगता है। इसी के लिए वे आए थे, लेकिन उनके शिक्षक नहीं पहुंचे।
बच्चे उठकर कक्षा से बाहर निकल गए
9.40 बजे से समाज शास्त्र का पीरियड शुरू हुआ। जिसके लिए शिक्षिका पढ़ाने पहुंच गईं और इतिहास विषय के बच्चे उठकर कक्षा से बाहर निकल गए। यह नजारा कॉलेज में अक्सर दिखाई देता है। समय पर टीचर अपना पीरियड लेने नहीं पहुंचते और पढऩे के लिए आए विद्यार्थियों को बिना पढ़े वापस लौटना पड़ता है।
समय बढ़ाया, फिर भी समय पर नहीं पहुंच रहे शिक्षक
पूर्व में कॉलेज लगने का समय सुबह 8.00 बजे था, जिसे बढ़ाकर 9.00 बजे से कर दिया गया है। इसके बावजूद शिक्षक समय पर अपनी कक्षा में नहीं पहुंच रहे हैं। जबकि विद्यार्थी समय से पहले कॉलेज पहुंच जाते हैं ताकि कक्षा में बैठकर पढ़ाई कर सकें।
समय पर पीरियड न लगने से विद्यार्थी निराश होकर लौटते हैं और धीरे-धीरे कॉलेज में उनकी संख्या घटने लगती है। शनिवार को भी बीए प्रथम वर्ष के 1334 विद्यार्थियों में से मात्र 20-25 विद्यार्थी ही कॉलेज में मिले।
Published on:
20 Oct 2019 02:55 pm
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