
अमरुल्लाह सालेह
नई दिल्ली। हाल ही में काबुल एयरपोर्ट (Kabul Airport) पर हुए हमले को लेकर तालिबान ने अपना हाथ होने से इनकार कर दिया है। गुरुवार को तालिबान ने काबुल हवाई अड्डे पर हुए हमले की निंदा की। तालिबान ने इस हमले के लिए अमरीका को दोषी ठहराया और कहा कि यह हमला हवाई अड्डे में विदेशी सैनिकों की मौजूदगी के कारण हुआ है। इस हमले की जिम्मेदारी इस्लामिक स्टेट (Islamic State) ने ली थी। हालांकि तालिबान (Taliban) ने अफगानिस्तान को अपने कब्जे में लेने के बाद से खुद को इस्लामिक स्टेट से दूर कर लिया है।
विस्फोट पर टिप्पणी करते हुए अफगानिस्तान के पूर्व उपराष्ट्रपति अमरुल्लाह सालेह (Amrullah Saleh) ने कहा कि तालिबान ने आईएसआईएस के साथ अपने संबंधों से इनकार करना अपने मास्टर पाकिस्तान से सीखा है। उनका कहना है कि इस बात के पुख्ता सबूत हैं कि इस्लामिक स्टेट-खुरासान प्रांत के तालिबान और हक्कानी नेटवर्क से संबंध हैं ।
सालेह का कहना है कि "हमारे पास सबूत हैं कि इस्लामिक स्टेट और हक्कानी नेटवर्क की जड़ें विशेष रूप से काबुल में काम कर रही हैं। आईएसआईएस के साथ संबंधों को नकारकर तालिबान उसी तरह अपना रवैया अपना रहा है जैसा पाकिस्तान क्वेटा के लिए करता है। उन्होंने कहा कि तालिबान ने अपने मास्टर से बहुत अच्छा सीखा है।
काबुल हवाई अड्डे पर विस्फोट
अफगानिस्तान में गुरुवार को काबुल हवाई अड्डे के पास दो आत्मघाती हमलावरों और बंदूकधारियों द्वारा भीड़ पर किए गए हमले में कम से कम 100 लोगों की मौत हो गई, जबकि कई अन्य के घायल हुए। वहीं अमरीका के दो अधिकारियों के मुताबिक हमले में 11 अमरीकी नौसैनिकों और नौसेना का एक चिकित्साकर्मी भी मारा गया। उन्होंने बताया कि हमले में 12 और सेवारत कर्मी घायल हुए हैं।
Published on:
27 Aug 2021 06:28 pm
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