
Bangladesh: First religious school open for transgender in Dhaka
ढाका। बांग्लादेश ( Bangladesh ) में की राजधानी ढाका में तीसरे जेंडर यानी ट्रांसजेंडरों ( Transgender ) के लिए एक अलग स्कूल खोला गया है। ये एक धार्मिक स्कूल है। यहां पर 150 से अधिक छात्र अध्ययन करेंगे। निजी तौर पर वित्त पोषित इस मदरसे में इस्लामिक व व्यावसायिक विषयों को पढ़ाया जाएगा।
बांग्लादेश में कई ऐसे लोग हैं जो तीसरे जेंडर ( Third Gender ) के तौर पर पहचान रखते हैं और सरकार ने आधिकारिक तौर पर उन्हें मान्यता दी है। बांग्लादेश में थर्ड जेंडरों को मतदान करने और चुनाव में खड़े रहने का पूरा अधिकार दिया गया है। हालांकि अभी भी थर्ड जेंडरों को रूढ़िवादी सामाजिक व्यवस्था के बीच उनके लिए नौकरियों और शिक्षा तक पहुंच बनाना बहुत ही कठिन है।
शनिवार से शुरू होंगी कक्षाएं
स्कूल के अधिकारियों, स्थानीय पार्षदों और ट्रांसजेंडर समुदाय के नेताओं ने दावतुल कुरान थर्ड सेक्स मदरसा में उद्घाटन दिवस के मौके पर शिरकत की। यह स्कूल ढाका के कामरानगरखार इलाके में लोहार पुल के पास है।
रिपोर्ट के अनुसार, तीन मंजिला इस इमारत में शनिवार से कक्षाएं शुरू होंगी। अब तक बांग्लादेश में ट्रांसजेंडर लोगों के लिए विशेष रूप से कोई स्कूल नहीं है। इस मदरसे की फंडिंग एक व्यवसायी स्वर्गीय अहमद फिरदौस बारी चौधरी द्वारा छोड़े गए धन से की गई है, जो एक व्यवसायी है और LGBT को शिक्षित करना चाहता था।
दाखिले के लिए उम्र की सीमा नहीं
बता दें कि इस स्कूल में दाखिला लेने के लिए उम्र की कोई सीमा नहीं है। किसी भी आयु में ट्रांसजेंडर दाखिला ले सकते हैं। फिरदौस बारी चौधरी ने कहा कि यह आशा की जाती है कि यहां अध्ययन करने के बाद छात्रों को कई अलग-अलग व्यवसायों में प्रवेश करने का मौका मिलेगा।
मदरसा के शिक्षा और प्रशिक्षण सचिव, मोहम्मद अब्दुल अजीज हुसैनी ने कहा कि कोई तीसरे जेंडर का है या नहीं, इसकी पहचान काफी परिपक्व उम्र में की जाती है। इसीलिए हम कोई उम्र सीमा निर्धारित नहीं करते हैं। किसी भी व्यक्ति को ट्रांसजेंडर व्यक्ति की पहचान होते ही यहां प्रवेश दिया जा सकता है, फिर चाहे वे किसी भी उम्र के हों।
Updated on:
07 Nov 2020 01:53 am
Published on:
07 Nov 2020 01:12 am
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