
भारतीय चुनाव परिणाम पर बनी हुई है चीन की नजर, पीएम मोदी के बारे में क्या है चीनी मीडिया की राय
नई दिल्ली। आम चुनाव 2019 के लिए मतदान की प्रक्रिया खत्म हो गई और अब परिणाम का इंतजार है, जो कि 23 मई को घोषित किए जाएंगा। लेकिन उससे पहले तमाम एक्जिट पोल ( exit poll ) में एक बार फिर से नरेंद्र मोदी ( Narendra Modi ) की वापसी की संभावना दिखाई जा रही है। इसको लेकर देश-दुनिया में भी अभी से ही नई सरकार को लेकर अपनी-अपनी राय बनाई जा रही है। देश के अंदर जहां मोदी की वापसी की संभावना को लेकर कोतुहल दिखाई दे रहा है, वहीं विदेशी मीडिया में भी इसकी चर्चा है। इन सबके बीच मोदी के फिर से पीएम बनने की संभावना को लेकर हमारा पड़ोसी मुल्क चीन ( Chaina ) भी अछूता नहीं है। चीनी मीडिया भी चुनाव परिणाम को लेकर नजरें बनाए हुए है। दरअसल इसके पीछे कई कारण हैं। आए जानते हैं इस बारे में चीन मीडिया की क्या राय है..
चीन के साथ बेहतर संबंध
चीनी मीडिया में दोनों देशों के संबंधों को लेकर खास उत्सुकता दिखाई देता है। चीनी अखबार निक्केई एशियन रिव्यू के मुताबिक, एक्जिट पोल में भाजपा ( BJP ) फिर से सरकार बनाने जा रही है। ऐसे में एक बात साफ है कि भारत चीन के साथ बेहतर संबंध बनाए रखने की कोशिश करेगा। इसके अलावे व्यापार को बढ़ाने की दिशा में भारत चीन के साथ आगे बढ़ेगा। वहीं चाइनीज एसोसिएशन फॉर साउथ एशियन स्टडीज के शोधकर्ता कियान फेंग ने चीनी सरकार के मुखपत्र ग्लोबल टाइम्स से बात करते हुए कहा यदि एक्जिट पोल के नजीते हकीकत में बदलते हैं तो मोदी फिर से प्रधानमंत्री बनेंगे। ऐसे में चीन और भारत का रिश्ता सकारात्मक दिशा में आगे बढ़ते रहेंगे। कियान ने अपनी बातचीत में आगे कहा कि यदि किसी परिस्थिति में मोदी नहीं जीतते हैं और कांग्रेस ( Congress ) सत्ता में वापसी करती है तो भी चीन के साथ भारत के संबंधों में कोई बदलाव नहीं आएगा। क्योंकि चीन के साथ बेहतर संबंध भारत के राष्ट्रीय हित में है।
आतंकवाद पर भारत-चीन का स्टेंड
चीनी मीडिया में मोदी सरकार के वापसी को लेकर उत्साह देखा जा रहा है। क्योंकि चीन को मोदी सरकार से काफी उम्मीदें हैं। ग्लोबल टाइम्स मोदी सरकार के वापसी को लेकर लिखता है कि यदि मोदी फिर से प्रधानमंत्री बनते हैं तो राष्ट्रिय हितों को प्राथमिकता देंगे और चाइना कार्ड खेलने से बचेंगे। क्योंकि मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में बीजिंग ने कोई ऐसा काम नहीं किया है जिससे की भारत के किसी बड़े हित को नुकसान पहुंचा हुआ हो। इसलिए भारत-चीन के बीच संबंधों में कोई बाधा नहीं आएगी। सबसे बड़ा जो मुद्दा ग्लोबल टाइम्स ने लिखा है, वह आतंकवाद पर भारत-चीन का स्टैंड। दोनों ही देश आतंकवाद के खिलाफ हैं। अखबार ने हाल में मसूद अजहर को ग्लोबल आतंकी घोषित किए जाने के मुद्दे का जिक्र किया है। अखबार ने लिखा कि कुछ पश्चिमी देश भारत-चीन के रिश्ते को देखना नहीं चाहते हैं। जबकि भारत-चीन हमेशा आतंवाद के मुद्दे पर एक विचार रखते हैं।
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Updated on:
21 May 2019 11:51 am
Published on:
21 May 2019 07:07 am
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