
China's new conspiracy against India! Dragon trying to tie up with Bangladesh-Pakistan
नई दिल्ली। सीमा विवाद को लेकर भारत और चीन ( India China Border Dispute ) के बीच वास्तविक नियंत्रण रेखा ( LAC ) पर तनाव बरकरार है। अब भारत की कार्रवाई से बौखलाए चीन नई-नई साजिशें रचने लगा है। पहले से ही पाकिस्तान और नेपाल ( Pakistan And Nepal ) का इस्तेमाल भारत विरोधी एजेंडे ( Anti India Agenda ) को बढ़ाने वाला चीन ने अब एक नई चाल चलने की साजिश रच रहा है।
दरअसल, चीन इस कोशिश में जुट गया है कि पाकिस्तान और बांग्लादेश ( Pakistan Bangladesh Relation ) के बीच दूरियां खत्म हो जाए। चीन की कोशिश है कि दशकों पुराने विवाद को खत्म कर दोनों देश एक साथ आएं, जिसका इस्तेमाल भारत के खिलाफ बखूबी किया जा सकता है।
ऐसा इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि बुधवार को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ( PM Imran Khan ) और बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ( PM Sheikh Hasina ) के बीच अहम बातचीत हुई। इससे पहले भी कुच ऐसे घटनाक्रम रहे हैं, जिसको देखने से ये साफ हो जाता है कि चीन भारत के खिलाफ पाकिस्तान और बांग्लादेश को करीब लाने में जुटा है।
पाकिस्तान-बांग्लादेश आ रहे हैं करीब
पाकिस्तान के प्रमुख अखबार डॉन ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि इमरान-हसीना के बीच बातचीत का ये पल दुर्लभ है। दोनों के बीच बातचीत ये दर्शाता है कि पाकिस्तान और बांग्लादेश ( Pakistan Bangladesh ) नजदीक आ रहे हैं। रिपोर्ट में आगे यह भी लिखा है कि ढाका में चीन के बढ़ते प्रभाव की वजह से पाकिस्तान के साथ उसकी नजदीकी बढ़ी है। इतना ही नहीं दोनों देशों के बीच बढ़ती नजदीकियों के जो कारण बताए गए हैं उसमें, भारत के संशोधित नागरिकता कानून ( Amended citizenship law ) को भी एक अहम फैक्टर बताया गया है।
चीन और दक्षिण एशिया की राजनीति पर नजर रखने वाले विशेषज्ञों का कहना है कि चीन पिछले कई सालों से भारत के पड़ोसी देशों को कर्ज और निवेश के जरिए अपना औपनिवेश बनाने में जुटा है। पाकिस्तान चीन का सदाबहार दोस्त है और अब ड्रैगन ने भारत के खिलाफ मोर्चाबंदी करने के लिए नेपाल, बांग्लादेश और श्रीलंका ( Nepal, Bangladesh and Sri Lanka ) जैसे देशों को भी अपने एजेंडे में शामिल करने के लिए पूरा जोर लगा दिया है।
इसका ताजा उदाहरण हाल के दिन में देखने को मिला है। चीन के इशारे पर नेपाल ने भारत जैसे दोस्त के साथ विवाद पैदा कर लिया। नेपाल की केपी ओली सरकार ( KP Oli Government of Nepal ) ने भारत के खिलाफ नक्शा विवाद को बढ़ाया, तो वहीं चीन का सदाबहार दोस्त पाकिस्तान भी एक्टिव हो गया और भारत की ओर से 1971 में मिले दर्द को भूलकर बांग्लादेश से हाथ मिलाने को तैयार हो गया है।
डॉन ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि दोनों प्रधानमंत्रियों के बीच यह बात कई महीनों के प्रयास के बाद संभव हो पाई है। इस साल फरवरी में इमरान सिद्दकी को राजदूत नियुक्त किए जाने के बाद इस्लामाबाद ने ढाका के साथ दोस्ती बढ़ाने की पहल की। इस महीने सिद्दकी ने बांग्लादेश के विदेश मंत्री एक अब्दुल मोमेन ( Bangladesh Foreign Minister Ek Abdul Momen ) से मुलाकात की थी।
Updated on:
23 Jul 2020 11:13 pm
Published on:
23 Jul 2020 08:41 pm
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