scriptचीन के दौरे पर विदेश मंत्री एस जयशंकर, कहा- दोनों देशों के संबंधों में स्थिरता कायम रहनी चाहिए | External affairs minister S jaishankar meets China vice president wang | Patrika News

चीन के दौरे पर विदेश मंत्री एस जयशंकर, कहा- दोनों देशों के संबंधों में स्थिरता कायम रहनी चाहिए

Published: Aug 12, 2019 11:24:45 am

Submitted by:

Mohit Saxena

एस जयशंकर ने चीन के उपराष्ट्रपति वांग चिशान से की अहम मुलाकात
कुछ दिन पहले ही पाक के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने भी चीन की यात्रा की थी

china

बीजिंग। केंद्रीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बीजिंग में चीन के उपराष्ट्रपति वांग चिशान से सोमवार को मुलाकात की। माना जा रहा है यह मुलाकात जम्मू-कश्मीर से धारा 370 को हटाए जाने के बाद पनपे तनाव को लेकर अहम है।इस दौरान विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि भारत-चीन संबंधों को उस समय स्थिरता का कारक होना चाहिए जब दुनिया अनिश्चितता का सामना कर रही है।

उन्होंने कहा कि वे दो साल पहले अस्ताना में एक आम सहमति पर पहुंचे थे। ऐसे समय में जब दुनिया अधिक अनिश्चित है, तो दोनों के संबंध स्थिर रहने चाहिए। इस दौरान जयशंकर ने चीन के विदेश मंत्री वांग यी से मुलाकात की। इससे पहले चीन के विदेश मंत्री से मिलने पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी भी पहुंचे थे। उन्होंने चीन से समर्थन की मांग की थी।

धारा 370 खत्म होने से बौखलाए इमरान खान का नया पैंतरा, अब RSS को ठहराया जिम्मेदार

https://twitter.com/ANI/status/1160734761477967873?ref_src=twsrc%5Etfw
वुहान शिखर सम्मेलन का जिक्र किया

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी के बीच हुई 2018 में हुई शिखर बैठक का जिक्र करते हुए जयशंकर ने कहा कि वुहान शिखर सम्मेलन के बाद वैश्विक और क्षेत्रीय मुद्दों पर दोनों नेताओं के बीच आम सहमति का विस्तार हुआ है। इससे वे बेहद खुश हैं। जयशंकर ने प्रधानमंत्री मोदी के साथ दूसरे अनौपचारिक शिखर सम्मेलन के लिए इस साल के अंत में राष्ट्रपति शी की भारत यात्रा का भी जिक्र किया।

पाकिस्तान के विदेश मंत्री का दावा, कश्मीर मुद्दे पर चीन हर परिस्थिति में देगा साथ

https://twitter.com/ANI/status/1160766401101144065?ref_src=twsrc%5Etfw
चीन की पहली यात्रा पर जयशंकर

रविवार को विदेश मंत्री एस जयशंकर तीन दिवसीय यात्रा पर चीन पहुंचे हैं। माना जा रहा है कि पाकिस्तान के साथ गहराए तनाव को लेकर ये बैठक काफी अहम है। इस मुलाकात के दौरान कश्मीर पर भी बातचीत होगी। गौरतलब है कि पद संभालने के बाद विदेश मंत्री जयशंकर की चीन की ये पहली यात्रा है। हालांकि विदेश मंत्री एस जयशंकर 2009 से 2013 तक चीन में भारतीय राजदूत के रूप में काम कर चुके हैं। जयशंकर चीन के आलावा अमरीका, चेक गणराज्य राजदूत और सिंगापुर में उच्चायुक्त के रूप में भी कार्य कर चुके हैं।
विदेश मंत्रालय (MEA) के अनुसार इंडो-चीन हाई लेवल मैकेनिजम (एचएलएम) की इस बैठक में दोनों देशों के बीच अधिक से अधिक तालमेल बनाए रखने के लिए पर्यटन, कला, फिल्मों, मीडिया, संस्कृति और खेल जैसे क्षेत्रों में बढ़ावा मिलेगा। इसके साथ ही संस्कृति के आदान-प्रदान का एक बेहतर माध्यम साबित हो सकता है।
विश्व से जुड़ी Hindi News के अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें Facebook पर Like करें, Follow करें Twitter पर ..

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो