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इमरान खान के पीएम मोदी पर किए गए तंज से और बिगड़े भारत-पाकिस्तान के रिश्ते, फिलहाल बातचीत की संभावना नहीं

भारत के बातचीत रद्द करने के फैसले को 'अहंकारी' बताते हुए कहा इमरान खान ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी में दूरदर्शिता का अभाव है।

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इमरान खान के पीएम मोदी पर किए गए तंज से और बिगड़े भारत-पाकिस्तान के रिश्ते, फिलहाल बातचीत की संभावना नहीं

लाहौर। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के भारतीय प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी पर किए गए तंज के बाद दोनों देशों के रिश्ते और भी अधिक तल्ख हो गए हैं। शनिवार को भारत द्वारा विदेश मंत्रियों की बैठक के रद्द किए जाने पर इमरान खान ने ट्वीट कर पीएम मोदी पर तंज कसा। उन्होंने पीएम मोदी को छोटी सोच वाला पीएम कहते हुए उनका मजाक उड़ाया था। भारत के बातचीत रद्द करने के फैसले को 'अहंकारी' बताते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी में दूरदर्शिता का अभाव है।

इमरान खान के तंज से भारत नाराज

भारतीय विदेश मंत्रालय पाकिस्तानी पीएम के बयान से खासा नाराज है। हालांकि विदेश मंत्रालय ने इमरान खान के ट्वीट पर कोई प्रतिक्रिया देने से इनकार कर दिया है, लेकिन यह साफ किया है कि वहीं इमरान खान के तीखे तंज के चलते दोनों देशों के बीच से निकट भविष्य में औपचारिक बातचीत की कोई भी संभावना नहीं है। भारतीय विदेश मंत्रालय का कहना है कि भारतीय पीएम के ऊपर तंज कर इमरान खान ने बातचीत के सभी दरवाजे खुद ही बंद कर दिए हैं।

फिलहाल बातचीत की कोई संभावना नहीं

भारत ने पाकिस्तानी पीएम के ट्वीट पर कड़ी प्रतिक्रिया विकट करते हुए कहा कि जिस भाषा में पाकिस्तान के पीएम बातचीत कर रहे हैं, उससे उनकी मंशा साफ हो जाती है।विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने शुक्रवार को कहा, 'बातचीत के पीछे पाकिस्तान की मंशा साफ हो गई है। सरकार में आने के कुछ ही दिनों में ही प्रधानमंत्री इमरान खान का असली चेहरा सामने आ गया है।'

भारत के हक में हैं वार्ता का रद्द होना

विदेश नीति के जानकार भारत और पाकिस्तान के विदेश मंत्रियों की वार्ता के रद्द होने को भारत के लिए लाभप्रद मान रहे हैं।आदेश था कि अगर बातचीत होती तो अंतरराष्ट्रीय जगत में इसका सीधा फायदा पाकिस्तान को मिलता। इस मुलाकात से आतंकवाद पर बिना कोई कदम उठाए ही पाकिस्तान को फायदा होने की संभावना थी। पाकिस्तान पीएम इमरान खान के पत्र लिखने से दोनों देशों के बीच गतिरोध टूटने को खूब भुनाता। असल में पाकिस्तान की राजनीति में सारे बड़े फैसले सेना ही करती आई है। इस मामले में भी एक तरफ सेना ने इमरान खान को यह कहा कि वह भारत को वार्ता का प्रस्ताव दें। दूसरी तरफ वार्ता का प्रस्ताव दिए जाने और भारत द्वारा इसे स्वीकार किए जाने के बाद पाकिस्तान की सेना ने भारतीय जवानों के साथ बर्बरता पूर्वक कार्रवाई की। इसके बाद भारत ने यह कहते हुए वार्ता रद्द कर दी कि जम्मू-कश्मीर में पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठन पुलिसकर्मियों को निशाना बना रहे हैं और उनकी हत्या कर रहे हैं, ऐसी स्थिति किसी भी बातचीत की संभावना नहीं है।