
India-China Tension: China's claim on Galvan Valley, India objected
नई दिल्ली। पूर्वी लद्दाख सीमा ( East Ladakh Border ) पर गलवान वैली ( Galwan vally ) को लेकर भारत-चीन के बीच तकरार बढ़ गया है। सोमवार की रात दोनों देशों की सैनिकों के बीच हिंसक झड़प ( Violent Clashes ) हुई, इसमें भारत के 20 जवान शहीद हुए, वहीं चीन के भी 30 सैनिक मारे गए। हालांकि चीनी सैनिकों के मारे जाने की संख्या को लेकर बीजिंग ( Bijing ) की ओर से कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया, जबकि भारत ने अपने सैनिकों की शहादत को स्वीकार करते हुए बयान जारी किया।
सीमा पर लगातार आंख दिखाते चीन को भारतीय सैनिकों ने मुंहतोड़ जबाव दिया। इससे बिलबिलाए चीन ने नया पैंतरा चलते हुए गलवान घाटी पर अपना दावा पेश कर दिया। चीन ने पूर्वी लद्दाख में हिंसा ( India China Clash in Ladakh ) का ठीकरा भारत के सिर पर फोड़ते हुए दावा कर दिया कि गलवान घाटी ( Galwan Valley ) चीन का हिस्सा है। हालांकि भारत ने इसपर कड़ी आपत्ति जताई और चीन के इस हवाई दावे को खारिज करते हुए दो टूक साफ कर दिया कि किसी भी कीमत पर हमारी संप्रभूता के साथ खिलवाड़ नहीं किया जा सकता है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने बुधवार देर रात कहा कि चीन का 'बढ़ाचढ़ाकर किया गया असमर्थनीय' दावा दोनों पक्षों के बीच बनी सहमति से उलट है। इससे पहले बुधवार को ही चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजिन ने कहा था कि गलवान वैली इलाका 'हमेशा से ही' उसका रहा है लेकिन वह 'और ज्यादा हिंसा' नहीं चाहता है।
अनुराग श्रीवास्तव ने आगे कहा कि लद्दाख के मौजूदा हालात को लेकर विदेश मंत्री, स्टेट काउंसिलर और चीन के विदेश मंत्री ने फोन पर बातचीत की। दोनों पक्ष इस बात पर समहत हुए कि 6 जून को सीनियर कमांडरों के बीच बनी सहमति को लागू करना होगा। लेकिन अब चीन की ओर से ये दावा किया जाना कि गलवान वैली पर उसका अधिकार है, इसका समर्थन नहीं किया जा सकता, यह सहमति के उलट है।
विदेश मंत्री ने चीन को दिखाया आईना
सूत्रों के अनुसार, विदेश मंत्री सुब्रह्मण्यम जयशंकर ( Foreign Minister Subramanian Jaishankar ) ने गलवान घाटी में हिंसक झड़प के बाद फौरन चीन के विदेश मंत्री वांग यी ( Foreign Minister Wang Yi of China ) से फोन पर बात की और दो टूक शब्दों में कहा इसके लिए चीन जिम्मेदार है। विदेश मंत्री ने चीन से कहा कि पूर्वी लद्दाख में गलवान घाटी में चीनी सैनिकों ( Chinese Army ) ने सोची-समझी रणनीति के तहत पूर्व नियोजित तरीके से वास्तविक नियंत्रण रेखा पार करके भारतीय क्षेत्र में हिंसक कार्रवाई को अंजाम दिया। सीधे तौर इस हिंसा और मौतों के लिए चीन जिम्मेदार है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ( PM Narendra Modi ) ने भी साफ शब्दों में कहा कि शहीदों का बलिदान बेकार नहीं जाएगा। भारत 'अपनी अखंडता और संप्रभुता से समझौता नहीं करेगा और पूरी दृढ़ता से देश की एक-एक इंच जमीन और देश के स्वाभिमान की रक्षा करेगा।'
चीन का दावा
चीन ने दावा किया है कि गलवान वैली पर उसका अधिकार है। चीनी विदेश मंत्री ने हिंसक घटना पर अपना पक्ष रखते हुए कहा कि भारतीय पक्ष ने वास्तविक नियंत्रण रेखा ( LAC ) पार करके चीनी सैनिकों पर हमला किया। इतना ही नहीं उन्होंने मांग कर दी की भारत इस घटना की जांच कराए और दोषी सैनिकों व अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करे।
चीन ने धमकी भरे अंदाज में कहा कि भारत को चीनी सैनिकों की ताकत को कम करके नहीं आंकना चाहिए। हम मामले को आगे नहीं बढ़ाना चाहते हैं। चीन के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने गलवान झड़प पर बयान देते हुए कहा कि भारतीय फ्रंट-लाइन के सैनिकों ने समझौता तोड़ा और लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल को पार कर उकसाया और अफसरों-सैनिकों पर हमला किया। उन्होंने कहा कि भारत मौजूदा हालात पर गलत राय न बनाए और चीन की अपनी क्षेत्रीय संप्रभुता की रक्षा करने की इच्छाशक्ति को कमजोर करके न देखे।
Updated on:
18 Jun 2020 05:57 pm
Published on:
18 Jun 2020 05:45 pm
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