
जकार्ता। अक्सर किसी विवाद या सुविधा के मद्देनजर देश अपनी राजधानी को एक शहर से दूसरे शहर ट्रांसफर कर देते हैं। इंडोनेशिया भी जल्द अपनी राजधानी जकार्ता से बदलने वाला है। हालांकि, इसका कारण किसी अन्य तरह की रणनीति नहीं है। दरअसल, जकार्ता जावा के समुद्र में डूब रहा है, इसलिए इंडोनेशियाई सरकार ने राजधानी को बदलने का फैसला किया है।
इंजोनेशिया का यह द्वीप होगा नई राजधानी
मीडिया रिपोर्ट की माने तो अब बोर्नियो द्वीप को इंडोनेशिया की राजधानी बनाई जाएगी। इस बारे में इंडोनेशिया के राष्ट्रपति ने जोको विडोडो ने बयान जारी किया है। बयान में कहा गया कि वर्ष 1949 से अब तक बोर्नियो देश की आर्थिक राजधानी रही है। इसे राजधानी बनाने का एक कारण यह भी है कि यहां भीड़ कम है। बताया जा रहा है कि प्रस्तावित राजधानी बालिकपप्पन और समारिंडा के भी नजदीक होगा। नई राजधानी बनाने की प्रक्रिया 2021 से शुरू होगी। साथ ही 2024 से शिफ्टिंग शुरू हो जाएगी।
10 साल में इतने खर्च के साथ होगी शिफ्टिंग
राष्ट्रपति ने यह भी कहा कि पूरी राजधानी को जकार्ता से बोर्नियो में शिफ्ट करना बेहद चुनौती भरा काम होगा। ऐसा अनुमान है कि राजधानी को जकार्ता से शिफ्ट करके बोर्नियो लाने में करीब 2.44 लाख करोड़ रुपए तक का खर्च आ सकता है। और इसे पूरी तरह से शिफ्ट करने में करीब-करीब 10 साल तक का समय लग सकता है।
इस कारण लिया गया फैसला
इंडोनेशिया की सरकार का कहना है कि जकार्ता का लगातार फैलना, वहां हो रही निरंतर पर्यावरणीय अनदेखी और आर्थिक व सुरक्षा संबंधी चिंताओं के कारण राजधानी स्थानांतरित करने का फैसला किया गया है। कहा ये भी जा रहा है कि जकार्ता में अब संसाधन सीमित स्तर पर पहुंच चुके हैं, जबकि वहां पर लोगों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी होती जा रही है।
74 साल बाद चुन रहे हैं राजधानी
राष्ट्रपति विडोडो ने आगे कहा कि हमारे देश की आजाद को अबतक 74 साल गुजर चुके हैं। लेकिन, आजतक देश ने अपनी राजधानी नहीं चुनी थी, अब पहली बार चुन रहे हैं। जकार्ता पर अभी प्रशासन, व्यापार, आर्थिक, सामाजिक और सेवाओं को लेकर प्रेशर बढ़ा हुआ है, जिसे कम करना बेहद जरूरी है। राष्ट्रपति ने बताया कि अभी इस प्रस्ताव को इंडोनेशियाई संसद की अनुमति मिलनी बाकी है।
तेजी से समुद्र में डूब रहा है जकार्ता
गौरतलब है कि दुनिया के कई शहरों में तेजी से समुद्र में डूब रहे हैं। इस लिस्ट में जकार्ता भी शामिल है। वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम से मिल रही जानकारी की माने तो ग्राउंडवाटर के जरूरत से अधिक दोहन करने के कारण जकार्ता अब जावा के समुद्र में तेजी से डूब रहा है। इस शहर के नीचे अब एक बड़ा दलदली इलाका बन चुका है।
बोर्नियो में ये है खास
बोर्नियो दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा द्वीप माना जाता है, जिसके उत्तरी भाग में कुछ हिस्सा मलेशिया और ब्रुनेई में भी आता है। बोर्नियो में अच्छे-खासे वर्षावन का क्षेत्रफल हैं, हालांकि अमेजन के जंगलों की तरह इनकी भी अंधाधुन कटाई की जा रही है।
Updated on:
27 Aug 2019 01:50 pm
Published on:
27 Aug 2019 01:46 pm
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