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जाकिर नाईक को भारत लाने की कोशिशों को झटका, मलेशिया के पीएम ने प्रत्यर्पण से इन्कार किया

बीते कुछ दिनों से जाकिर नाईक के भारत लौटने की खबरें आ रही थीं। बुधवार को जाकिर नाईक के मलेशिया से लौटने की खबरें भी आईं लेकिन बाद में विदेश मंत्रालय ने इन खबरों का खंडन किया।

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नई दिल्ली। कटटरपंथी इस्लामिक प्रचारक जाकिर नाईक को भारत लाने के कोशिशों को गहरा झटका लगा है। जाकिर नाईक की भारत लौटने की अफवाहों के बीच मलेशिया के प्रधानमंत्री महातिर मोहम्मद ने शुक्रवार को कहा है कि उनका देश अभी जाकिर नाईक का प्रत्यर्पण नहीं करेगा।

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क्या कहा महातिर मोहम्मद ने

एक सवाल के जवाब में मलेशिया के प्रधानमंत्री महातिर मोहम्मद ने कहा कि 'जाकिर नाईक ने मलेशिया में कोई गैरकानूनी काम नहीं किया है। जब तक वह मलेशिया में कोई दिक्कत खड़ी नहीं कर रहे हैं तब तक उन्हें भारत या किसी अन्य देश में प्रत्यर्पित नहीं करेंगे। वह हमारे देश के नागरिक हैं और एक वरिष्ठ धर्मगुरु भी हैं।' बता दें कि जाकिर को मलेशिया की नागरिकता प्राप्त है।

जाकिर नाईक के भारत आने की खबरें

बीते कुछ दिनों से जाकिर नाईक के भारत लौटने की खबरें आ रही थीं। बुधवार को जाकिर नाईक के मलेशिया से लौटने की खबरें भी आईं लेकिन बाद में विदेश मंत्रालय ने इन खबरों का खंडन किया। उसके बाद जाकिर नाईक का भी बयान आया कि वह भारत नहीं आ रहा है।बुधवार को जाकिर ने कहा कि जब तक भारत सरकार इस मामले में निष्पक्ष सुनवाई नहीं करती तब तक वह नहीं आएंगे। इसके अलावा नाईक ने कहा कि जब भारत में निष्पक्ष सरकार होंगे तभी वह भारत आएगा।

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कई मामलों में वांछित हैं जिक्र नाईक

जाकिर नाईक के तार बांग्लादेशी आतंकी संगठनों से जुड़े हैं। 18 नवंबर 2016 को अपनी मुंबई शाखा में नाइक के खिलाफ आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया था। नाईक के खिलाफ गैरकानूनी गतिविधियां रोकथाम अधिनियम और भारतीय दंड संहिता की कई धाराओं में मामले दर्ज किये गए थे। 1 जुलाई 2016 को जाकिर नाईक भारत से भाग गए। दिसंबर, 2016 में जाकिर के एनजीओ और उनके टीवी चैनल पीस टीवी को केंद्रीय गृह मंत्रालय ने बैन कर दिया था।