बुरहान वानी की बरसी पर अलगाववादी नेताओं ने बुलाया बंद, पुलिस ने लिया हिरासत में
पाकिस्तानियों को आजादी दिला कर रहुंगा
नवाज शरीफ ने कहा, ‘अगर वोट के लिए सम्मान की मांग करने की सजा जेल है, तो मैं उसका सामना करने के लिए आ रहा हूं।’ शरीफ ने कहा कि वह ऐसे लोगों का गुलाब नहीं बनना चाहते जो अपनी शपथ और आपने देश के संविधान का उल्लंघन करते हैं। उन्होंने आगे कहा, ‘मैं वादा करता हूं कि मैं तब तक यह लड़ाई जारी रखूंगा, जब तक कि पाकिस्तानियों को उन बेड़ियों से आजादी नहीं मिल जाएगी, जिसे उन्हें सच बोलने के लिए पहनाई गई हैं।’
देश लौटने का कोई निश्चित समय नहीं बताया
हालांकि शरीफ ने पाकिस्तान लौटने का कोई निश्चित समय नहीं बताया कि वह कब अपने देश आ रहे हैं। उन्होंने बताया कि उनकी पत्नी कुलसुम नवाज की सेहत ठीक नहीं। इस वजह से वह तत्काल पाकिस्तान आने में असमर्थ हैं।
यह भी पढे़ं-पश्चिम बंगाल यौन शोषण मामले पर बोलीं मेनका, बुरी तरह से परेशान हूं
अदालत के फैसले पर उठाई आपत्ति
बता दें कि उन्होंने जवाबदेही अदालत के फैसले पर आपत्ति जाते हुए कहा कि मेरी तरफ से जितनी याचिकाएं अदालत में दायर की गईं किसी को मंजूर नहीं किया गया। नवाज ने कहा कि उनकी ज्यादातर याचिकांए खारिज कर दी गईं। उन्होंने कहा कि ऐसा होन बड़ा ही दुर्भाग्यपूर्ण है क्योंकि ऐसा अधिकांश मामलों में नहीं होता है।’