वॉशिंगटन के सुरक्षा सूत्रों ने दावा किया है कि सॉलिड-फ्यूल वाली इंटरकॉन्टिनेंटल-रेंज की बैलिस्टिक मिसाइल को किम जोंग उन 10 अक्टूबर में होने वाली परेड में पेश कर सकते हैं। बता दें कि 10 अक्टूबर को उत्तर कोरिया की वर्कर्स पार्टी का 75वां स्थापना दिवस है।
अमरीका से परमाणु तकरार के बीच उत्तर कोरिया ने फिर किया मिसाइल टेस्ट, दागे दो प्रोजेक्टाइल
रक्षा विश्लेषकों का कहना है कि उत्तर कोरिया के पास अभी तक सिर्फ लिक्विड फ्यूल आधारित मिसाइलें रही हैं। इन मिसाइलों को छोड़ने के लिए तैयार करने में थोड़ा वक्त लगता है और उन्हें रेडी-टू-लॉन्च स्टेट में नहीं छोड़ा जा सकता है। लेकिन उत्तर कोरिया ने भी अब सॉलिड फ्यूल मिसाइलों को बना लिया है। इन सॉलिड फ्यूल मिसाइलों को ईंधन भरकर छोड़ा जा सकता है और तुरंत लॉंच भी किया जा सकता है। इन मिसाइलों को डिटेक्ट कर खत्म करना भी मुश्किल होता है।
अमरीका चुनाव से पहले उत्तर कोरिया का शक्ति प्रदर्शन
रक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि उत्तर कोरिया के शासक किम जोंग उन अमरीका के सामने एक चुनौती पेश करना चाहता है। अमरीका में 3 नवंबर को राष्ट्रपति चुनाव होने वाले हैं और उससे पहले किम जोंग उन इस तरह के मिसाइलों को पेश करके अपना शक्ति प्रदर्शन करना चाहते हैं।
उत्तर कोरिया ने फिर किया दो मिसाइलों का परीक्षण, US-दक्षिण कोरिया सैन्य अभ्यास के बाद उठाया कदम
बताया जा रहा है कि उत्तर कोरियाई सेना ने अभ्यास भी शुरू कर दिया है। प्योंगयांग की सैटेलाइट तस्वीरों में ये साफ देखा जा सकता है कि उत्तर कोरियाई सेना इस मिसाइल को लेकर अभ्यास कर रहे हैं। यॉन्गब्योन में हो रहीं गतिविधियों से यह माना जा सकता है कि उत्तर कोरिया यूरेनियम पर काम कर रहा है।
अमरीका-उत्तर कोरिया में टकराव
आपको बता दें कि परमाणु परीक्षण को लेकर अमरीका और उत्तर कोरिया के बीच टकराव की स्थिति है। अमरीका ने उत्तर कोरिया पर कई तरह के प्रतिबंध भी लगा रखे हैं। उत्तर कोरिया चाहता है कि अमरीका उनपर से तमाम प्रतिबंधों को हटाएं, पर अमरीका चाहता है कि उत्तर कोरिया पहले अपने सभी परमाणु कार्यक्रमों को रोके।
पिछले साल अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और किम जोंग उन के बीच इस मामले पर बातचीत भी हुई थी, लेकिन उसके बाद से एक बार फिर सहमति नहीं बन पाई। उत्तर कोरिया ने तीखे तेवर दिखाते हुए परमाणु कार्यक्रमों को रोकने से इनकार कर दिया। बीते कुछ समय में उत्तर कोरिया ने अमरीका को कई बार धमकी भी दी है।