
प्योंगयांग। उत्तर कोरिया 2018 में भी अपनी परमाणु शक्ति को विकसित करने का अभियान जारी रखेगा। ये जानकारी उत्तर कोरिया की सरकारी मीडिया ने शनिवार को दी। रिपोर्ट में कहा गया है कि दुनिया उनकी नीति में किसी प्रकार के बदलाव की अपेक्षा ना करें। एक अजेय शक्ति के रूप में उत्तरी कोरिया के अस्तित्व को ना ही कमजोर किया जा सकता है और ना ही नकारा जा सकता है। एक जिम्मेदार परमाणु शक्ति के रूप में उत्तर कोरिया सभी बाधाओं को पार करते हुए स्वतंत्रता और न्याय की राह पर चलेगा।
रिपोर्ट में वर्ष 2017 के दौरान देश की परमाणु उपलब्धियों की भी जानकारी दी गई। रिपोर्ट में कहा गया कि जब तक अमरीका और उसके अधीन शक्तियां परमाणु खतरा बनी रहती हैं तब तक उत्तर कोरिया आत्मरक्षा के लिए और हमले की संभावना के मद्देनजर अपनी परमाणु शक्तियों का विस्तार करता रहेगा। रिपोर्ट में अमरीका के प्रमुख स्थानों पर हमला करने की प्योंगयांग की नई क्षमताओं पर भी जोर डाला गया है। साथ ही इसमें उत्तर कोरिया को विश्व स्तरीय परमाणु शक्ति बताया गया। रिपोर्ट में कहा गया कि उत्तर कोरिया अमरीका की तरफ से युद्ध की क्रूरतम घोषणा का निश्चित रूप से जवाब देगा।
उत्तर कोरिया के तेल आपूर्ति पर चीन की मंजूरी से भड़के ट्रंप
अमरीकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप का नार्थ कोरिया के तरफ रवैया लगतार सख्त रहा है। अब उत्तर कोरिया की मदद करने के चलते चीन भी इस घेरे में आता दिख रहा है। इस बात का अंदाजा ट्रंप के हाल ही के ट्वीट से लगाया जा सकता है, जिसमें ट्रंप ने चीन के लिए कड़ी टिप्पणी की है। ट्रंप ने गुरुवार को चीन पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया।
ट्वीट में चीन की चोरी पकड़ेजाने की बात करते हुए ट्रंप ने लिखा कि 'रंगे हाथ पकड़ा: यह बेहद निराशाजनक है कि चीन ने उत्तर कोरिया के तेल आपूर्ति के लिए मंजूरी दे दी है। अगर यही हाल रहा तो नार्थ कोरिया मुद्दे पर कोई अनुकूल निकलना संभव नहीं हो पायेगा।' ट्रंप के अनुसार इस मंजूरी से परमाणु कार्यक्रम से शांतिपूर्ण तरीकों से निपटने की जो कुछ संभावनाएं थी उसे झटका लगा है।
Published on:
30 Dec 2017 02:28 pm
बड़ी खबरें
View Allएशिया
विदेश
ट्रेंडिंग
