
रावलपिंडी। भारत के फैसले पर तिलमिलाए पाकिस्तान ने बीते दो-तीन दिनों में कई बड़े एकपक्षीय फैसले किए हैं। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री समेत कई शीर्ष नेता कश्मीर से अनुच्छेद 370 और आर्टिकल 35A हटाने के कदम को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उठाने की भी बात कर रहे हैं। लेकिन इस मुद्दे पर पाकिस्तानी सेना की ओर से इस मुद्दे पर जो बयान आया है, उसे सुनकर भारत ही नहीं पाकिस्तान का भी हैरान होना तय है।
दरअसल, पाकिस्तान सेना ने एक सार्वजनिक बयान में कहा कि यह दोनों आर्टिकल सिर्फ 'दिखावा' और रावलपिंडी ने कभी इसे मान्यता नहीं दी। इस संबंध में पाकिस्तानी सेना की मीडिया यूनिट इंटर सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस की ओर से बयान जारी किया गया।
दोनों आर्टिकल सिर्फ भारत के 'दिखावा'
6 अगस्त को ISPR की ओर से जारी किए बयान में कहा गया, 'दशकों से भारत की तरफ से जम्मू और कश्मीर के अपने कब्जे को वैध दर्शाने के लिए लागू किए आर्टिकल 370 और आर्टिकल 35ए की बनावटी कोशिश को पाकिस्तान ने कभी 'मान्यता' नहीं दी। अब भारत ने खुद उसे खत्म कर दिया है।'
जनरल कमर जावेद बाजवा की अध्यक्षता वाली कॉन्फ्रेंस ने जारी किया बयान
एक अखबार ने अपने पास ISPR की कॉपी होने का दावा करते हुए लिखा कि यह बयान भारत के फैसले के बाद रावलपिंडी में जनरल कमर जावेद बाजवा की अध्यक्षता में कॉर्प्स कमांडर्स कॉन्फ्रेंस की तरफ से जारी किया गया। आपको बता दें कि यह बयान पाकिस्तान की ओर से राजनयिक संबंधों को बैन करने, समझौता एक्सप्रेस की सेवाएं हमेशा के लिए रद्द करने और पाकिस्तान के कई अन्य एकतरफा कार्रवाई के बीच आया है।
जब नहीं माना आर्टिकल तो ऐसी प्रतिक्रिया क्यों?
पाक सेना के इस बयान पर भारत सरकार के एक आधिकारी ने पहचान उजागर किए बिना कहा, 'अगर पाकिस्तान ने 370 और 35ए को बस 'दिखावा' माना तो इसे हटाने पर उनकी तरफ से इस तरह की प्रतिक्रिया क्यों आ रही है।' अधिकारी ने कहा पाकिस्तान अपने देश के सामने दिखावा करने के लिए इस तरह की एकतरफा कार्रवाईयां कर रहा है।
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Updated on:
09 Aug 2019 12:02 pm
Published on:
09 Aug 2019 11:58 am
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