पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने जल संकट पर अपनी चीन जताई। शुक्रवार को राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में और उन्होंने पानी की समस्या का जिक्र किया और इसे निजात पाने के लिए बांध बनवाने की बात कही। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था बेहद मुफलिसी के दौर से गुजर रही है। उन्होंने कहा कि इस काम के लिए जनता हरसंभव मदद करे। उन्होंने यह भी वादा किया कि जनता के पैसों का दुरुपयोग नहीं होगा।
इमरान खान ने हिन्दुस्तान से तुलना करते हुए कहा कि पाकिस्तान में पानी की स्टोरेज क्षमता महज 30 दिन की है जबकि हिंदुस्तान में 190 दिनों की है। उन्होंने पानी की कमी दूर करने के लिए बांध बनवाने की जरुरत पर बल दिया। इमरान ने कहा कि पाकिस्तान में पानी की समस्या इस कदर विकराल है कि अगर देश के लिए अभी बांध नहीं बनवाया गया तो अगले कुछ ही सालों में हालात बेहद ख़राब हो जाएयेंगे।
अगस्त में पाक के प्रधानमंत्री बने इमरान खान ने अपने संबोधन में कहा कि अभी वह पाकिस्तान के सामने आई समस्याओं को समझने में लगे हैं। उन्होंने कहा कि सत्ता संभालने के बाद वह देश की समस्याओं को समझने में लगे हैं। इमरान ने कहा कि पाकिस्तान कर्ज के जाल में उलझा हुआ है।देश में कई सारी समस्याएं हैं। इसलिए आम लोग सरकार की मदद करने के लिए आगे आएं।
अपने संबोधन में इमरान ने कहा, ‘मैं दुनिया में बसे हर पाकिस्तानी से अनुरोध करता हूं कि वे पाक में बांध के निर्माण में मदद करें। उन्होंने कहा कि आम लोगों को भी मदद के लिए आगे आना चाहिए।’ उन्होंने कहा कि यह स्थिति अचानक पैदा नहीं हुई। पिछले कुछ सालों के दौरान हालत बेहद खराब हुए हैं। उन्होंने पाकिस्तान सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश की तरफ करते हुए कहा कि इसको लेकर जो पहल की गई है वो काबिले तारीफ है। बता दें कि पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट ने जल संकट को लेकर एक कोष का प्रावधान किया है। अब तक मुख्य न्यायाधीश के फंड में 180 करोड़ एकत्र कर लिया गया है।